जबलपुर।आधुनिक भारत के शिल्पकार भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के व्यक्तित्व व कृतित्व पर कन्नड और अंग्रेजी में प्रचुर लेखन है,परंतु हिन्दी में बहुत ही कम है। इस कमी को पूरा करते जबलपुर के इं. सुरेन्द्र सिँह पंवार की पुस्तक “विज्ञ शिल्पी विश्वेश्वरैया ” का लोकार्पण होटल रायल आर्बिट,जबलपुर में आयोजित 38 वें इंडियन इंजीनियरिंग कांग्रेस में नेशनल प्रेसीडेंट इं. शिवानंद राॅय के कर-कमलों से संपन्न हुआ। 40 वर्षों तक विश्व भर में सर विश्वेश्वरैया की संरचनाओं का सूक्ष्मता से अध्ययन कर श्री पंवार ने इस कृति की रचना की हैl
श्री पवार के इस प्रयास की कांग्रेस में भागीदारी कर रहे सभी वैज्ञानिकों, इंजिनियरों और विशेषज्ञों ने सराहना की है। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) लोकल सेंटर जबलपुर के डाॅ.राजीव जैन, संजय कुमार मेहता, हितेश तिवारी, शशिकांत ओझा, संजीव वर्मा ‘सलिल’, राजेश ठाकुर, मनीष वाजपेई, वासुदेव आहूजा, अजेन्द्र सक्सेना, रमाशंकर खरे और पी.के. जैन ने हिंंदी में इस तरह की पहली कृति का स्वागत करते हुए श्री पंवार को बधाई दी है।