जनसुनवाई, नशा मुक्ति, यातायात एवं दगना कुप्रथा के प्रति किया गया जागरूक सेंट्रल एकेडमी पैरंट प्राइड स्कूल देवलोंद में शहडोल जोन के एडीजीपी डीसी सागर के मुख्य आतित्थ्य मे सेंट्रल एकेडमी इंटरनेशनल स्कूल का वार्षिक खेल पुरस्कार वितरण और कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम हर्षोल्लाह के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर एडीजीपी सागर ने जनसुनवाई कर लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया और यातायात, नशाखोरी और दगना कुप्रथा के प्रति नागरिकों एवं छात्रों को जागरूक किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मी संतोष कुमार द्विवेदी एवं संस्थान के प्रबंध संचालक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि मिश्रा सहित व्यौहारी, देवलोंद एवं बुड़वा के गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। छात्रों के साथ दोस्ताना संवाद निर्मित कर एडीजीपी श्री सागर ने कैरियर को लेकर उनकी जिज्ञासाओं का समाधानकारक जवाब दिया। कक्षा छठवीं से बारहवीं तक के छात्रों ने श्री सागर से अपने लक्ष्य हासिल करने के उपाय पूछे। श्री सागर ने उन्हें आसान टिप्स दिए। आपने कहा कि छात्र अपने रहन-सहन और खान पान को दुरुस्त रखें। जल्दी सोए जल्दी उठें और अपना बेसिक कोर्स अच्छे से पढ़े। ठोस बुनियाद पर ही भविष्य की इमारत खड़ी हो सकती है । छात्रों को चाहिए कि वे अपना लक्ष्य सभी से निर्धारित करें और कक्षा की पढ़ाई के साथ साथ उसकी तैयारी भी जारी रखें। अखबार पढ़े, नोट्स बनाएं और लिखकर रिवीजन करें। यदि वह नियमित अखबार पढ़ेंगे तो उनको जनरल नॉलेज की किताबें रटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बच्चों एवं नागरिकों की हौसलाआफजाई के लिए उन्होंने प्रेरक कविताएं सुनाईं। छात्रों ने श्री सागर से उनकी फिटनेस और सफलता के सूत्र भी जाने।
यातायात, नशा मुक्ति एवं दगना प्रथा के प्रति किया गया जागरूक
एडीजीपी डी.सी. सागर ने छात्रों एवं नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने, नशे से खुद भी एवं बच्चों को भी दूर रखने और दगना की कुप्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिए जागरूक किया। आपने कहा कि इतनी सी सावधानी करके हम अपने जान माल की हिफाजत और बहुत सारी सामाजिक समस्याओं का स्वयमेव हल निकाल सकते हैं।
खेल मैदान का किया निरीक्षण
एडीजीपी डीसी सागर ने देवलोंद के खेल मैदान का निरीक्षण कर फुटबॉल खिलाड़ियों की समस्याओं का मौके पर ही निदान किया। उल्लेखनीय कि खिलाड़ियों ने एडीजीपी से शिकायत की थी कि शराबी रात को खेल मैदान में बैठकर शराबखोरी करते हैं और बोतले मैदान में ही फोड़ कर चले जाते हैं। खिलाड़ी रोज खेलने के पहले कांच के टुकड़े बिनते-हटाते हैं, ताकि कोई खिलाड़ी घायल ना हो, फिर भी कोई ना कोई चोटिल हो ही जाता है। श्री सागर ने मौका देखने के बाद स्थानीय पुलिस को गस्त बढ़ाने और खेल मैदान को नशेड़ियों से मुक्त करने के निर्देश दिए। एडीजीपी के साथ एसडीओपी रवि प्रकाश, बाणसागर थाना प्रभारी एवं अन्य पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल थे। कार्यक्रम में प्रेमदास द्विवेदी, शेषमणि तिवारी, जवाहरलाल पांडे, श्रीकांत पांडे, विनती राय, उमेश गुप्ता, रमेश शुक्ला, रामजी गौतम, आर.बी.पांडे, अवधेश बाजपेई, उमेश शुक्ला, अशोक तिवारी, अलंकृता बाजपेई, विजय मिश्रा, राजीव शुक्ला, रामजी गौतम, शैली मिश्रा, सिद्धार्थ अग्निहोत्री, धीरेंद्र सिंह, विकास त्रिपाठी, वीरेश मिश्रा, विकास रजक, दीपेश पांडे, रवि गुप्ता, प्रतिभा श्रीवास्तव, नीलम पांडे, ऋतुपाल आदि प्रमुख लोग शामिल हुए। संस्थान के प्रबंध संचालक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि मिश्रा ने आभार व्यक्त करते हुए “शक्ति के विद्युत्कण विन्यस्त विकल बिखरे हैं, जो निरुपाय; समन्वय उसका करे समस्त, विजयिनी मानवता हो जाय कविता की पंक्तियों के साथ अपनी भावना व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन सुश्री संगीता माथुर ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के स्टाफ और सहयोगियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।