जबलपुर, डेस्क। जबलपुर समेत प्रदेश के कई अस्पतालों में आगजनी जैसी घटनाओं को रोकने और सुरक्षा संबंधी मापदंडों का पालन सुनिश्चित कराने की मांग को लेकर मप्र उच्च न्यायालय में एक पत्र याचिका दायर की गई है।
अधिवक्ता जन कल्याण परिषद के संयोजक प्रवीण पाण्डेय ने याचिका प्रस्तुत कर कहा कि अस्पतालों की सुंदरता बढ़ाने ज्वलनशीन प्लास्टिक, पीओपी आदि लगाई जाती है, जिससे आग फैलने का जोखिम बढ़ जाता है। इलेक्ट्रिशियन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की देखरेख के अभाव के कारण भी ऐसी घटनाएं होती हैं। फायर एनओसी को लेकर शासकीय महकमें में जमकर भ्रष्टाचार होता है।
जवाबदेही तय की जाए
याचिका में मांग की गई कि अस्पताल खोलने के लिए तय मापदंडों के स्पॉट वेरिफिकेशन के बाद ही अनुमति दी जाए। इसके लिए निश्चित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए ताकि ऐसी घटनाओं के बाद उस पर तत्काल कार्रवाई हो सके। यह मांग भी की गई कि उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यों की कमेटी गठित की जाए जो प्रदेश भर के अस्पतालों की जांच करे।