जबलपुर। मप्र उच्च न्यायालय से नरसिंहपुर जिले की गाडरवारा जनपद पंचायत सीईओ प्रतिभा परते को राहत मिली। जस्टिस विशाल धगट की सिंगल बेंच ने निर्देश दिए कि स्थानांतरित की गई जगह पर वे जॉइन नहीं करती हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। न्यायालय ने पंचायत विभाग सचिव को निर्देश दिए याचिकाकर्ता के अभ्यावेदन पर विधिवत विचार कर तबादले पर निर्णय लिया जाए।
गाडरवारा सीईओ प्रतिभा परते की ओर से यह याचिका दायर की गई। अधिवक्ता अमृतलाल गुप्ता ने न्यायालय को बताया याचिकाकर्ता का अपने पति राजेन्द्र सिंह से विवाद है, दोनो अलग रह रहे हैं। याचिकाकर्ता के पति की बहन मीना सिंह मानपुर शहडोल से विधायक व राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। उनके दबाव में याचिकाकर्ता का तबादला पहले डिंडोरी जिले के शहपुरा कर दिया गया। इसके खिलाफ हाईकोर्ट की शरण ली गई तो कोर्ट ने इसे स्थगित कर दिया। राज्य सरकार ने भी याचिका लम्बित रहने के दौरान तबादला निरस्त कर दिया। इस पर याचिका वापस ले ली गई। लेकिन याचिका वापस लेने के बाद एक बार फिर मंत्री के दबाव में याचिकाकर्ता का तबादला सागर कर दिया गया। अधिवक्ता गुप्ता ने तर्क दिया कि याचिकाकर्ता पर उसके पति ने जिस व्यक्ति के साथ अनैतिक सम्बन्ध का आरोप लगाया है, वह सागर में ही पदस्थ है। जानबूझकर ऐसी जगह तबादला कराया गया, जिससे आरोप सही साबित किया जा सके। आग्रह किया गया कि मंत्री मीना सिंह के प्रभाव क्षेत्र में याचिकाकर्ता का स्थानांतरण न किया जाए।
सुनवाई के बाद न्यायालय ने याचिकाकर्ता के अभ्यावेदन का निराकरण करने के निर्देश देकर याचिका का पटाक्षेप कर दिया। तब तक कोई कार्रवाई न करने के निर्देश दिए गए।