- कांग्रेस भी कर रही जी तोड़ मेहनत
जबलपुर (नवनीत दुबे) अग्रसेन वार्ड से भाजपा के पार्षद प्रत्याशी कमलेश अग्रवाल के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रही है इसके दो कारण है जिसमे प्रमुखतः भाजपा के बागी समर्थ तिवारी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है सर्वविदित है कि समर्थ की धर्मपत्नी ममता तिवारी इससे पहले अग्रसेन वार्ड से भाजपा पार्षद रह चुकी है अब ऐसे में समर्थ तिवारी के नाम की घोषडा करने बाद एकाएक कमलेश को पार्षद प्रत्यशी घोषित करना समर्थ की अस्मिता पर कुठाराघात से प्रतीत हुआ खेर मुद्दे की बात पर आते है जिस तरह से कमलेश चुनावी जनसंपर्क कर घर घर आशीर्वाद मांग रहे है पर भीतर ही भीतर चिंतित ओर व्यथित भी है कि कही स्थानीय बागी प्रत्याशी समर्थ भाजपा की वोटबैंक में सेंध लगाकर इनका समीकरण न बिगड़ दे क्योकि अग्रसेन वार्ड में जिसतरह का चुनावी माहौल बनाया जा रहा है उसमें कमलेश अग्रवाल की स्थानीयता को लेकर चर्चा हो रही है हालांकि संगठन पूरी तरह से कमलेश के समर्थन मेप्रचार प्रसार कर रहा है तो वही एक ओर बात जिसे नजर अंदाज नही किया जा सकता कांग्रेस के पार्षद प्रत्यशी जतिन राज जो इससे पहले राम मनोहर लोहिया वार्ड से कांग्रेस पार्षद रह चुके है वो इसबार अग्रसेन वार्ड की सामान्य सीट से भाग्य आजमा रहेहै ओर जतिन भी यहाँ के स्थानीय निवासी है जिसका लाभ इन्हें मिल सकताहै अब ऐसे में ये कहना अतिश्योक्ति नही होगा कि भाजपा के कर्मठ ओर समर्पित कमलेश अग्रवाल को अग्रसेन वार्ड से प्रत्याशी बनकर मैदान में उतारना संगठन की किस नीति और किस मंशा से प्रेरित है खेर जो भी हो पर अग्रसेन वार्ड से कमलेश का जीतना एक प्रतिष्ठा की बात बन गया है चाहे वह भाजपा संगठन हो या स्वयं कमलेश बात प्रतिष्ठा की ही है ?