जबलपुर। मप्र मानव अधिकार आयोग ने जनहित के मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितो को जांच का निर्देश देकर, की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तलब किया है। क्षेत्रिय कार्यालय प्रभारी फरजाना मिर्जा ने बताया कि समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार के आधार पर आयोग की मुख्यपीठ भोपाल में मामलो की सुनवाई करते हुए, अध्यक्ष मनोहर ममतानी व सदस्य राजीव कुमार टंडन की युगलपीठ ने मानव अधिकारों के हनन का मामला माना।
दस्ताने न होने के कारण चार बार टाला मरीज का ऑपरेशन
मेडिकल अस्पताल के वार्ड क्रं 27 में दोनों पैरों से फ्रैक्चर हुये एक युवक को इलाज के लिये भर्ती कराया गया, जहां मरीज का ग्लव्स (दस्ताने) के बिना ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है, जबकि अस्पताल द्वारा मरीज को चार बार तारीख दी जा चुकी है। आयोग ने जबलपुर के एनएससीबी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक से मामले की जांच कराकर, की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
अपराधियों का अड्डा बना उद्यान
गढ़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत नारायण नगर उद्यान में अज्ञात बदमाशों द्वारा उद्यान में घूमने आने वाले आम लोगों के साथ चाकूबाजी करने और अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। उद्यान में आपराधिक तत्वों का आंतक बढ़ता जा रहा है, इस कारण उद्यान में सुबह-शाम के समय टहलने आने वाले बुजुर्गों, बच्चों एवं आम नागरिकों की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ है। बदमाशों द्वारा आये दिन लोगों के साथ अड़ीबाजी एवं चाकूबाजी की जा रही है, जिसके चलते वहां आने वाले लोग डर एवं भय के साये में ठहलता पड़ रहा है। आयोग ने जबलपुर के पुलिस अधीक्षक से मामले की जांच कराकर, की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
वाशिंग सेंटर बन गई सड़कें
शहर की अधिकांश सड़कों पर वॉशिंग सेंटरों के मैकेनिक द्वारा मनमानी तरीके से सड़कों पर दो एवं चार पहिया वाहन धोने का मामला सामने आया है। सड़कों से निकलने वाले वाहन चालकों पर वाशिंग सेंटर का पानी जाता है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है एवं दर्जनों राहगीर पानी की वजह से गीले हो जाते है। शहरों में संचालित होने वाले सर्विस सेंटर एवं वॉशिंग प्वॉइंट जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा न ही ध्यान दिया जा रहा है, और न ही कोई कार्यवाही की जा रही है। आयोग ने जबलपुर के नगर निगम आयुक्त से मामले की जांच कराकर, घरेलु उपयोग के लिये उपलब्ध जल के दुरुपयोग के संबंध में आवश्यक कार्यवाही कराकर, की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।
दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्र को हॉस्टल में नहीं मिल रहा कमरा, कलेक्ट्रेट में चार महीनों से काट रहे चक्कर
शहर में रहकर पढ़ाई कर रहे दो दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्र को सामाजिक न्याय विभाग द्वारा संचालित राज्य नि शक्त जन कल्याण संस्थान छात्रावास में कमरे उपलब्ध नहीं किये जाने का मामला सामने आया है। दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्रों ने छात्रावास में कमरे उपलब्ध कराने का आवेदन दिया था, लेकिन अब तक उन्हें कमरे उपलब्ध नहीं हो पाये है। इस संबंध में दोनों दिव्यांग छात्र विगत चार महीनों से चक्कर काट रहे है। जिससे उन्हें कॉलेज जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आयोग ने जबलपुर के कलेक्टर से मामले की जांच कराकर, की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह में मांगा है।