जबलपुर, डेस्क। मप्र उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त ने कहा कि आपराधिक विधि का परिपूर्ण ज्ञान ही जमानत अर्जियों में वकीलों को सफलता दिलाने की मूलमंत्र है। वे अधिवक्ता परिषद, महाकोशल प्रांत, जबलपुर इकाई के तत्वावधान में आयोजित व्याख्यान-माला कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव अधिवक्ता परितोष त्रिवेदी, तेज कुमार मोढ़, ज्ञानेंद्र सिंह बघेल, नीलम दत्त व सुशीला पालीवाल मंचासीन रहे। फौजदारी मुकदमों के दिग्गज अधिवक्ता मनीष दत्त ने अपने सारगर्भित व्याख्यान में जमानत अर्जियों की पैरवी में बरती जाने वाली बारीक से बारीक बात को विद्धतापूर्ण तरीके से रेखांकित किया। नवोदित अधिवक्ताओं की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। दूसरे चरण में अधिवक्ता परिषद के क्षेत्रीय मंत्री दीपेंद्र सिंह कुशवाह संगठन के कार्यकलाप का ब्यौरा पेश किया। महाकोशल प्रांत के अध्यक्ष रमेश पटेल अपने सुझाव प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन जिला सचिव सुनील कुमार गुप्ता ने किया। आभार प्रदर्शन महाकौशल प्रांत की कार्यकारी अध्यक्ष सुशीला पालीवाल ने किया। अधिवक्ता परिषद के पदाधिकारी व सदस्यों के अलावा विधि के छात्रों ने सीनियर क्रिमनल लायर मनीष दत्त के उद्बोधन से लाभ अर्जित किया।
पदाधिकारियों की घोषणा
कार्यक्रम के तीसरे चरण में उच्च न्यायालय इकाई जिला न्यायालय इकाई, जबलपुर के पदाधिकारियों की घोषणा महाकोशल प्रांत के अध्यक्ष रमेश पटेल ने की। उच्च न्यायालय इकाई के अध्यक्ष पद पर हरीश अग्निहोत्री, कार्यकारी अध्यक्ष पद पर प्रदीप सिंह, कोषाध्यक्ष पद पर देवेंद्र शुक्ला व महामंत्री पद पर गजेंद्र सिंह के नाम की घोषणा की गई। इसी तरह जिला न्यायालय जबलपुर इकाई के अध्यक्ष पद के लिए आशीष पांडे, महामंत्री पद के लिए राम मिलन प्रजापति, कोषाध्यक्ष पद के लिए मनोज शिवहरे, मंत्री पद के लिए सीमा साहू को नियुक्त किया गया। कार्यक्रम में महाकोशल प्रांत के न्याय केंद्र सह प्रभारी सत्यपाल चढ़ार, न्याय केंद्र प्रभारी जितेंद्र बेन का सम्मान किया गया। स्टडी सर्किल प्रमुख नितिन कुशवाहा, सदस्य प्रशांत बडोनिया, भुवनेश्वर सिंह ठाकुर, प्रदीप द्विवेदी, आकाश गीरानियां, अजीत यादव व कमलेंद्र ओझा का विशेष सहयोग रहा।