जबलपुर। जबलपुर के डुमना विमानतल की नव निर्मित टर्मिनल बिल्डिंग के छज्जे के गिर जाने से जो घटना हुई है, उसकी वायुसेवा संघर्ष समिति तीव्र भर्त्सना की है।
समिति के संयोजक हिमांशु खरे ने बताया कि इस तरह की घटनाओं से जबलपुर विमानतल की छवि धूमिल होती है। जहां लगभग 450 करोड रुपए की राशि व्यय करके इस टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया गया तथा जिसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री ने किया उसकी यह अवस्था में पहुंच जाना समझ से परे है।
समिति के बलदीप मैनी, शंकर नागदेव, मनु शरत तिवारी, जितेंद्र पचौरी, दीपक सेठी, वसंत मिश्रा, हिमांशु राय, अरुण पवार, आरिफ बेग, प्रीति चौधरी आदि ने बताया कि भारत की सुप्रसिद्ध निर्माण एजेंसी, एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा निर्मित जबलपुर की नई टर्मिनल बिल्डिंग की गुणवत्ता की निष्पक्ष जांच होना चाहिए।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को लिखे गए पत्र में समिति ने मांग की है कि जबलपुर एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग की गुणवत्ता की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से कराना चाहिए तथा जहां भी कुछ कमी पाई जा रही हो, उसे त्वरित दूर करना चाहिए ताकि ऐसी दुर्भाग्यजनक घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो।