जबलपुर (नवनीत दुबे)। लोकतंत्र के महायज्ञ में आहुति देने से बड़ी संख्या में लोग वंचित रह गए, कहने का आशय ये है कि आज निकाय चुनाव में अपने पसन्द के प्रत्याशी चाहे महापौर हो या पार्षद फिर भले वो भाजपा का हो या कांग्रेस का आज मतदान के दिन अपने मताधिकार से वंचित रह गए, क्योंकि मतदाता सूची से इनके नाम गायब थे और जिनके नाम प्रकाशित नहीं हुए वो बूथों पर अपने नाम की खोजबीन में लगे थे, कहीं शासकीय कर्मियों से मिन्नते कर रहे थे तो कही प्रत्याशियों से, पर हाय री विडम्बना शासकीय भर्राशाही की भेंट चढ़े ये मतदाताओं को निराश होकर बूथों से लौटने विवश होना पड़ा। देखा ये गया कि घर से दो व्यक्तियों की मतदाता पर्ची प्राप्त हुई लेकिन बाकी 6 सदस्यों के नाम उड़ा दिए गए अर्थात गायब कर दिए गए जिसके चलते उन दो मतदाताओं ने भी मतदान नही किया और शेष 6 मतदाताओं के साथ विना मत डाले वापस लौट गए और शासकीय तंत्र की इस लापरवाही को कोसते हुए बूथ से चले गए। सूत्रों की माने तो अग्रसेन वार्ड, जयप्रकाश वार्ड, विवेकानंद वार्ड, चेरीताल वार्ड, सुभद्रा कुमारी वार्ड व अन्य कई वार्डों में ये स्थिति देखने मिली और चर्चा ये भी है कि सीएम हेल्पलाइन में इस लापरवाही की शिकायत की गई है, ऐसे में एक बात सोचनीय है कि मतदाता का नाम मतदाता पर्ची से कैसे गायब हो गया? क्या किसी तरह का राजनीतिक खेल है या फिर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश की अधीनस्थों द्वारा धजिया उड़ाई गई है?