जबलपुर, डेस्क। जगत को दर्शन देते हुए भगवान जगन्नाथ स्वामी अपने बडे भाई बलभद्र एवं छोटी बहिन देवी सुभद्रा के साथ मौसी के घर 12 दिन विश्राम करने के पश्चात अपने धाम वापस लौटे। वात्री साहू समाज द्वारा संचालित जगदीश स्वामी कर्मा माई शंकर भगवान मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी भगवान जगन्नाथ स्वामी की वापसी रथयात्रा खेरमाई मंदिर से साहू धर्मशाला गढाफाटक तक निकाली गई।
ट्रस्ट के संचालक सदस्य कोठिया श्रीकान्त साहू ने बताया जगन्नाथपुरी धाम की परम्परा अनुसार भगवान रथयात्रा के द्वारा भक्तों को दर्शन देने निकलते है और अपनी मौसी के घर विश्राम करने के बाद पुन: अपने धाम लौटते है उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए साहू समाज द्वारा विगत 133 वर्षों से भगवान जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा निकाली जाती है, और 12 दिन बाद वापसी रथयात्रा निकाली जाती है। इस वर्ष भी खेरमाई मंदिर स्थित सिंहवाहनी मंदिर में 12 दिनों तक विराजमान भगवान की रथयात्रा खेरमाई, हनुमानताल, घोड़ा नक्कास, मिलौनीगंज चौक, सराफा, कमानिया, बडा फुहारा, घमण्डी चौक होते हुए गढाफाटक स्थित साहू धर्मशाला के अस्थाई मंदिर पहुँची। वापसी रथयात्रा का मार्ग में श्रद्धालुओं ने पूजन अर्चन किया और भगवान के भात को ग्रहण किया।
धूमधाम से निकली रथयात्रा
जगदीश स्वामी कर्मा माई शंकर भगवान मंदिर ट्रस्ट लार्डगंज द्वारा आयोजित भगवान जगन्नाथ स्वामी रथ यात्रा की वापसी 15 दिनों तक अपने ससुराल में विश्राम करने की पश्चात अपनी जगन्नाथपुरी धाम बड़े धूमधाम के साथ वापस हुए। वर्षों की परंपरा का निर्वहन करते हुए खेरमाई साहू युवा संस्था के द्वारा श्रीसिंह वाहिनी मंदिर, बड़ी खेरमाई से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए नन्हाई चौधरी साहू धर्मशाला गढाफाटक मे हुई। इस अवसर पर संस्था के धर्मेंद्र साहू, बृजेश साहू, विनोद साहू, आजाद साहू, एड. संदीप साहू, आशीष पंडा आदि पदाधिकारी व सदस्य उपस्थिति रहे।