जबलपुर। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखने गठित वीडियो सर्विंलान्स टीमों का प्रशिक्षण आज मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुआ। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर दीपक सक्सेना की मौजूदगी में सम्पन्न हुये इस प्रशिक्षण में वीडियो सर्विलांस टीमों को उनके दायित्वों की विस्तार से जानकारी दी गई तथा इस बारे में निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से अवगत कराया गया।
कलेक्टर श्री सक्सेना ने वीडियो सर्विलांस दलों को चुनावी दृष्टि से प्रत्येक संवेदनशील घटनाओं और गतिविधियों की रिकॉर्डिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि घटनाओं और गतिविधियों की रिकॉर्डिंग में तारीख, समय और स्थान के साथ अभ्यर्थी या राजनैतिक दल का नाम का भी स्पष्ट उल्लेख होना चाहिये।
श्री सक्सेना ने कहा कि वीडियो सर्विलांस टीमों को चुनाव प्रचार के लिये राजनैतिक दलों द्वारा आयोजित की जाने वाली प्रत्येक रैली, जुलूस और सार्वजनिक समारोह की वीडियो रिकार्डिंग की करनी होगी।
वीडियो सर्विलांस टीमों को यह ध्यान रखना होगा कि रैली या समारोह में शामिल वाहनों, पोस्टरों, बैनर और झंडों आदि की भी रिकार्डिंग हो। इसी के साथ उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि चुनावी रैलियों, सभाओं और समारोहों में शामिल वाहनों के प्रकार और उनका रजिस्ट्रेशन नम्बर, मंच का आकार, फर्नीचर और कुर्सियों की संख्या, मंच पर बैठे व्यक्तियों, पंडाल के साइज आदि की भी स्पष्ट रिकार्डिंग हो। जिससे की वीडियो व्यूइंग और एकाउंटिंग टीम को व्यय के आंकलन में सुविधा हो।
वीडियो सर्विलांस टीमों के प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर मिशा सिंह एवं नाथूराम गोंड, सयुंक्त संचालक कोष एवं लेखा रोहित कौशल सहित एक्सपेंडिचर मॉनिटरिंग सेल के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। ज्ञात हो
कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा उम्मीदवारों के चुनावी खर्च पर निगरानी रखने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र पर तीन और कुल 24 वीडियो सर्विलांस टीमों का गठन किया गया है। इनके अलावा दो टीमें जिला स्तर पर एक टीम को रिजर्व में भी रखा गया है।