डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| रक्तदान “महादान” यह स्लोगन आपने अनेकों बार सुना ही होगा कहा जाता है कि रक्तदान से बढ़कर कोई दूसरा दान नहीं हो सकता क्योंकि रक्त प्राकृतिक रूप से जीवित शरीर में ही निर्मित होती है इसे बनाया नहीं जा सकता और जो चीज इंसान बना नहीं सकता उससे बड़ी अनमोल चीज इस दुनिया में कुछ नहीं हो सकता। आज इसी मानवता और इंसानियत की मिसाल समाजसेवी मुरली मनोहर पाराशर के सहयोग से कुमार राठौर(पप्पू) ग्राम सिमरिया निवासी युवक ने अपने स्वेच्छा डिंडौरी जिला अस्पताल में भर्ती सिद्धार्थ बनवासी पिता नर्मदा बनवासी उम्र 6 वर्ष सिकल-सेल रोग से पीड़ित बच्चे को रक्तदान कर इंसानियत का फर्ज निभाया। समाजसेवी मुरलीमनोहर पाराशर ने बताया कि उनके द्वारा रक्तदान के प्रति गांव के अन्य युवाओं को जागरूक कर रक्तदान भी कराया जा रहा है। समाजसेवी कुमार राठौर ने कहा कि अपने लहू से किसी अनजान जीवन को बचा सबसे बड़ी इंसानियत का फर्ज निभाना है। साथ ही समाज के लोगों को आगे आकर रक्तदान करने की अपील की है।