◆ विकासखंड डिंडौरी अंतर्गत ग्राम सिमरिया के प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूल का मामला:-
डिंडौरी(रामसहाय मर्दन| जिले और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था, दुरावस्था की शिकार हो रही है। हालात यह हैं कि हजारों सरकारी आंगनवाड़ी केंद्र छात्रावास विहीन हैं, तो वही सैकड़ों स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। जिले के करीब सैकड़ों स्कूलों में एक कमरे में कई कक्षाएं लगाई जा रही है। इससे प्राथमिक स्कूलों में प्री-प्राइमरी की कक्षाएं भी नहीं लग पा रही है। जिनकी खबरें लगातार सोशल मीडिया एवं समाचार पत्र के माध्यम से जिले के अलग-अलग हिस्से में अनेकों स्कूल छात्रावास और आंगनबाड़ी केंद्र मिल जर्जर स्थिति को जिला प्रशासन के अवगत कराया जा रहा है। लेकिन जिम्मेदारों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही और जहां जर्जर भवनों में छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर पढ़ने को मजबूर हैं। गौरतलब यह है कि लाखों रुपए की सैलरी लेकर जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह ठीक से नहीं कर रहे हैं। जिसका खामियाजा मासूम बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि ऐसा ही मामला जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम सिमरिया प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों का सामने आया है। स्थानीय ग्राम वासियों ने बताया कि उक्त दोनों भवनों छत की स्थिति जर्जर होने से पानी का रिसाव स्कूल के अंदर हो रहा है साथ ही छत का प्लास्टर गिरने की स्थिति में है जिससे कभी भी बड़ी अनहोनी हो सकती है। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से उक्त दोनों स्कूल भवनों की जल्द से जल्द मरम्मत कराए जाने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना घटित ना हो।