डिंडौरी| कलेक्‍टर के प्रयास से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कोचिंग की व्‍यवस्‍था…..

डिंडौरी| कलेक्‍टर के प्रयास से प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये कोचिंग की व्‍यवस्‍था…..

डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| कलेक्टर विकास मिश्रा द्वारा जिले में शिक्षित बेरोजगारों (एस.टी/एस.सी) को प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने के लिए जिला स्तरीय कोचिंग की व्यवस्था पुराने केन्द्रीय विद्यालय भवन में की जा रही है। इस कोचिंग में मध्यप्रदेश शासन अंतर्गत पदों की भर्ती पी.एस.सी, बैंक, पुलिस, वन रक्षक, न्‍यायालयीन सेवा एवं समस्त कर्मचारी चयन आयोग संबंधी कोचिंग की व्यवस्था की गई है। इस कोचिंग से खुलने से कोचिंग के द्वारा शासन के विभिन्न प्रकार के पदों की जानकारी भी प्रतियोगी परीक्षाओं इच्छुक उम्मीदवरों को सरलता से मिल सकेगी। डिण्डौरी में एस.सी./एस.टी. शिक्षित बेरोजगारों को विभिन्न प्रकार के पदों पर प्रतियोगी परीक्षायें होती है। जिसकी जानकारी के अभाव से परीक्षा में नहीं बैठ पाते हैं। इस कारण डिण्डौरी जिले के प्रतिभाशाली युवक-युवतियां पद प्राप्त करने से वंचित हो जाते हैं। अतः कोचिंग में अध्यापन के साथ साथ इस बात की जानकारी भी दी जाऐगी। शासकीय सेवा में पदों की प्रतियोगी परीक्षा कब और कैसे होगें। प्रतियोगी परीक्षा संबंधी समस्त जानकारी भी दी जाती रहेगी। कलेक्टर मिश्रा जिले के शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए विशेष कर छात्रावास/आश्रमों में सतत्‌ स्वयं निरीक्षण किया। जिससे छात्र-छात्राओं का मनोबल बढा, जिले के छात्रावास आश्रमों के रखरखाव साफ-सफाई छात्रावास आश्रामों में अध्यापन तथा छात्रावास आश्रमां अधीक्षकों की उपस्थिति में भी सुधार आया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा छात्रावासों का औचक निरीक्षण डिण्डौरी जिले में किया गया। जिसमें छात्रावास की व्यवस्था ठीक पाई गई है। छात्रावास आश्रमों में साफ-सफाई बेहतर सुधार के कारण जनप्रतिनिधियों द्वारा भी प्रशंसा व्यक्त किया। जिले के दूरस्‍थ आंचलों के छात्रावास आश्रमों में कलेक्टर मिश्रा ने छात्रावासों में पहुच कर अध्यापन कार्य भी स्वंय किया। जिससे जिले के छात्रावास आश्रमों के परीक्षा परिणाम पहली बार शत्‌-प्रतिशत रहा है। छात्रावास आश्रमों में निवास करने वाले छात्र-छात्राओं का सभी संकाय के कक्षाओं का परीक्षा परिणाम शत्‌-प्रतिशत रहा है। कलेक्टर के सतत्‌ मार्गदर्शन एवं निरीक्षण के कारण जिले के हाईस्कूल के परीक्षा परिणाम म.प्र. में पांचवे स्थान पर रहा। इसी तरह कक्षा बारहवीं का परीक्षा परिणाम म.प्र. में छटवें स्थान पर आया। कक्षा बारहवीं में अध्ययनरत आदिवासी छात्र-छात्रा द्वारा 11 विद्याथियों ने जेईई में उत्तीर्ण हुए।

editor

Related Articles