- अमृत सरोवर योजना में भृष्टाचार, नियम कायदों को ठेंगा दिखा रहे उपयंत्री और सहायक यंत्री….
50 लाख रू की लागत से निर्मित नवीन तालाब से रिसाव जारी, गुणवत्ताविहीन निर्माण कार्य कराने का आरोप….
जनपद पंचायत अमरपुर के ग्राम पंचायत सिधौली,बरसिंघा एवं खजरी का मामला….
डिंडौरी,रामसहाय मर्दन| जिले में बड़े पैमाने में अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसकी पहली बारिश ने निर्माण कार्यों की पोल खोल दी है। जिससे देखकर लगता हैं कि अधिकारियों की मिलीभगत से तालाब निर्माण कार्यों में बड़े पैमाने पर भृष्टाचार का खेल जोरों से चल रहा है। जिम्मेदारों के द्वारा तमाम प्रकार के निर्माण कार्यों में बेखौफ होकर भृष्टाचार को अंजाम दे रहे है,और जिला प्रशासन भी भृष्टाचार की निष्पक्ष तरीके से जाॅच और न ही भृष्टाचार में लिप्त लोंगों के खिलाफ उचित कार्रवाई कर पा रही है। या फिर यूॅ कहा जाए कि अधिकारियों का सरंक्षण मिल रहा है,जिसके चलते जिम्मेदार निर्माण कार्यों को गुणवत्ता युक्त निर्माण कराने के बजाय तेजी से भृष्टाचार का रूप देने में लगे हुये है। एक तरफ सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय आमजनों को लाभांवित करने के लिए लाखो – करोड़ो रू खर्च कर अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का निर्माण करा रहे है,जिससे स्थानीय आमजन तालाबों के माध्यम से सिंघाड़ा उत्पादन,मछली पालन,कृषि समेत दैनिक निस्तार के लिए उपयोग कर सके। लेकिन सरकार द्वारा संचालित की जा रही महात्वाकांक्षी योजना को जिले के अफसर ही पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है। दरअसल जिले में उपयंत्री और सहायक यंत्री के द्वारा तकनीकी मापदंडों को दरकिनार करते हुए तालाबों का निर्माण गुणवत्ताविहीन कराया जा रहा है। जबकि शासन द्वारा उपयंत्री और सहायक यंत्री को निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर लगातार निगरानी एवं गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है,उसके बाद भी जिम्मेदारों के द्वारा अपने कर्तव्यों का दुरूपयोग करते हुए नियम कायदों को ठेंगा दिखा रहे है।
सरोवरों का घटिया निर्माण कराने से रिसाव जारी
जिले में अमृत सरोवर योजना के तहत वृहद स्तर पर तालाब स्वीकृत कर निर्माण कराया जा रहा है। जिले के अमरपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बरसिंघा,एवं सिधौली में अमृत सरोवर योजना के तहत लाखो रू की लागत से तालाब निर्माण कराया गया है,लेकिन इन तीनों सरोवरों से लगातार पानी का रिसाव तेजी से हो रहा है। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि विगत दिनों हुई बारिश ने आरईएस विभाग के जिम्मेदारों के द्वारा निर्माण कराए गए गुणवत्ताविहीन तालाबों की पोल खोल दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बरसिंघा एवं ग्राम सिधौली में लाखो रू खर्च कर तालाब निर्माण कराया गया है। उक्त तालाबों के निचले हिस्सों के कई स्थानों से पानी का तेज रिसाव लगातार जारी है। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि निर्माण ऐजेंसी के द्वारा तालाब की निर्माण कार्य चलने के दौरान नींव को मजबूत एवं ब्राईबेटर सही ढंग से नही चलाने के कारण नीचे की मुरूम अच्छी तरीके से दबा नही है,जिसके चलते पानी लीकेज हो रहा है। इसके साथ ही तालाबों के मेढ़ों में दरारें पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इसी तरह तालाबों से यदि लगातार पानी का रिसाव जारी रहेगा तो,आने वाले समय में पानी रिसाव वाले स्थान खोखला होने की संभावना है, जिससे क्षतिग्रस्त हो सकती है। इसी तरह ग्राम पंचायत खजरी के पोषक ग्राम चटिया में जंगल किनारे लगभग दो वर्ष पहले तालाब का निर्माण कराया गया है,यहाॅ पर भी पानी का रिसाव जारी है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में अभी बारिश का पानी रूका है, जैसे ही बारिश बंद होगी तालाब में एक बूंद पानी नही रहेगा।
सरकार के मंशा पर पानी फेर रहे जिम्मेदार….
ग्राम पंचायत सिधौली के जुन्हा पानी नाला जंगल के पास में बने तालाब में ऊपर से पानी के साथ में मिट्टी आकर भर गई है। तालाब में मिट्टी भरने एवं तालाब से पानी रिसाव के कारण आगामी दिनों में स्थानीय किसानों को तालाब से पानी नही मिल पाएगा। जबकि सरकार की मंशा है कि छोटे छोटे नाला में तालाब निर्माण कर स्थानीय किसानों के लिए सिंचाई का साधन बनाना है, लेकिन सरपंच सचिव एवं उपयंत्री मन्ना लाल जाधव के द्वारा सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए लाखों रुपए बंदरबांट करने में तुले हुए है। निर्धारित मापदंडों की अनदेखी कर निर्माण कार्य करवाया गया है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने असंतोष व्याप्त है। शासन के निर्देशों की खुली अनदेखी करते हुए पंचायत द्वारा जनता से जानकारी छुपाने की नीयत से कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड भी नहीं लगवाया गया है।
अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा भृष्टाचार का खेल…
अमरपुर जनपद पंचायत के चांदपुर सेक्टर में कार्यरत उपयंत्री मन्ना लाल जाधव के द्वारा निर्माण कार्यों में भृष्टाचार करने का मामला आए दिन सामने आ रहे है। चैकडेम,स्टाॅडेम निर्माण हो,या फिर निर्माण कार्यों की मरम्मत कार्य समेत तालाब निर्माण कार्य में फर्जीवाड़ा कर लाखो रू का बंदरबाट करना उपयंत्री एवं सहायक यंत्री के लिए आम बात हो गई है। निर्माण कार्यों में की जा रही अनियमित्ताओं को लेकर लगातार उजागर होने के बाद जिला प्रषासन के द्वारा कार्रवाई के नाम खानापूर्ति की जा रही है, जिसके चलते जिम्मेदारों के हौसले बुलंद है। मुददे की बात यह है कि अधिकारियों के मिलीभगत से ही निर्माण कार्यों में भृष्टाचार का खेल चल रहा है।
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डिंडौरी,रामसहाय मर्दन| जिले में बड़े पैमाने में अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसकी पहली बारिश ने निर्माण कार्यों की पोल खोल दी है। जिससे देखकर लगता हैं कि अधिकारियों की मिलीभगत से तालाब निर्माण कार्यों में बड़े पैमाने पर भृष्टाचार का खेल जोरों से चल रहा है। जिम्मेदारों के द्वारा तमाम प्रकार के निर्माण कार्यों में बेखौफ होकर भृष्टाचार को अंजाम दे रहे है,और जिला प्रशासन भी भृष्टाचार की निष्पक्ष तरीके से जाॅच और न ही भृष्टाचार में लिप्त लोंगों के खिलाफ उचित कार्रवाई कर पा रही है। या फिर यूॅ कहा जाए कि अधिकारियों का सरंक्षण मिल रहा है,जिसके चलते जिम्मेदार निर्माण कार्यों को गुणवत्ता युक्त निर्माण कराने के बजाय तेजी से भृष्टाचार का रूप देने में लगे हुये है। एक तरफ सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय आमजनों को लाभांवित करने के लिए लाखो – करोड़ो रू खर्च कर अमृत सरोवर योजना के तहत तालाबों का निर्माण करा रहे है,जिससे स्थानीय आमजन तालाबों के माध्यम से सिंघाड़ा उत्पादन,मछली पालन,कृषि समेत दैनिक निस्तार के लिए उपयोग कर सके। लेकिन सरकार द्वारा संचालित की जा रही महात्वाकांक्षी योजना को जिले के अफसर ही पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है। दरअसल जिले में उपयंत्री और सहायक यंत्री के द्वारा तकनीकी मापदंडों को दरकिनार करते हुए तालाबों का निर्माण गुणवत्ताविहीन कराया जा रहा है। जबकि शासन द्वारा उपयंत्री और सहायक यंत्री को निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर लगातार निगरानी एवं गुणवत्तापूर्वक पूर्ण कराने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है,उसके बाद भी जिम्मेदारों के द्वारा अपने कर्तव्यों का दुरूपयोग करते हुए नियम कायदों को ठेंगा दिखा रहे है।सरोवरों का घटिया निर्माण कराने से रिसाव जारीजिले में अमृत सरोवर योजना के तहत वृहद स्तर पर तालाब स्वीकृत कर निर्माण कराया जा रहा है। जिले के अमरपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बरसिंघा,एवं सिधौली में अमृत सरोवर योजना के तहत लाखो रू की लागत से तालाब निर्माण कराया गया है,लेकिन इन तीनों सरोवरों से लगातार पानी का रिसाव तेजी से हो रहा है। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि विगत दिनों हुई बारिश ने आरईएस विभाग के जिम्मेदारों के द्वारा निर्माण कराए गए गुणवत्ताविहीन तालाबों की पोल खोल दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम बरसिंघा एवं ग्राम सिधौली में लाखो रू खर्च कर तालाब निर्माण कराया गया है। उक्त तालाबों के निचले हिस्सों के कई स्थानों से पानी का तेज रिसाव लगातार जारी है। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि निर्माण ऐजेंसी के द्वारा तालाब की निर्माण कार्य चलने के दौरान नींव को मजबूत एवं ब्राईबेटर सही ढंग से नही चलाने के कारण नीचे की मुरूम अच्छी तरीके से दबा नही है,जिसके चलते पानी लीकेज हो रहा है। इसके साथ ही तालाबों के मेढ़ों में दरारें पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इसी तरह तालाबों से यदि लगातार पानी का रिसाव जारी रहेगा तो,आने वाले समय में पानी रिसाव वाले स्थान खोखला होने की संभावना है, जिससे क्षतिग्रस्त हो सकती है। इसी तरह ग्राम पंचायत खजरी के पोषक ग्राम चटिया में जंगल किनारे लगभग दो वर्ष पहले तालाब का निर्माण कराया गया है,यहाॅ पर भी पानी का रिसाव जारी है। ग्रामीणों ने बताया कि तालाब में अभी बारिश का पानी रूका है, जैसे ही बारिश बंद होगी तालाब में एक बूंद पानी नही रहेगा।सरकार के मंशा पर पानी फेर रहे जिम्मेदार….ग्राम पंचायत सिधौली के जुन्हा पानी नाला जंगल के पास में बने तालाब में ऊपर से पानी के साथ में मिट्टी आकर भर गई है। तालाब में मिट्टी भरने एवं तालाब से पानी रिसाव के कारण आगामी दिनों में स्थानीय किसानों को तालाब से पानी नही मिल पाएगा। जबकि सरकार की मंशा है कि छोटे छोटे नाला में तालाब निर्माण कर स्थानीय किसानों के लिए सिंचाई का साधन बनाना है, लेकिन सरपंच सचिव एवं उपयंत्री मन्ना लाल जाधव के द्वारा सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए लाखों रुपए बंदरबांट करने में तुले हुए है। निर्धारित मापदंडों की अनदेखी कर निर्माण कार्य करवाया गया है, जिसको लेकर ग्रामीणों ने असंतोष व्याप्त है। शासन के निर्देशों की खुली अनदेखी करते हुए पंचायत द्वारा जनता से जानकारी छुपाने की नीयत से कार्यस्थल पर सूचना बोर्ड भी नहीं लगवाया गया है।अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा भृष्टाचार का खेल…अमरपुर जनपद पंचायत के चांदपुर सेक्टर में कार्यरत उपयंत्री मन्ना लाल जाधव के द्वारा निर्माण कार्यों में भृष्टाचार करने का मामला आए दिन सामने आ रहे है। चैकडेम,स्टाॅडेम निर्माण हो,या फिर निर्माण कार्यों की मरम्मत कार्य समेत तालाब निर्माण कार्य में फर्जीवाड़ा कर लाखो रू का बंदरबाट करना उपयंत्री एवं सहायक यंत्री के लिए आम बात हो गई है। निर्माण कार्यों में की जा रही अनियमित्ताओं को लेकर लगातार उजागर होने के बाद जिला प्रषासन के द्वारा कार्रवाई के नाम खानापूर्ति की जा रही है, जिसके चलते जिम्मेदारों के हौसले बुलंद है। मुददे की बात यह है कि अधिकारियों के मिलीभगत से ही निर्माण कार्यों में भृष्टाचार का खेल चल रहा है।