जनपद पंचायत शहपुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत अमेरा का मामला…
डिण्डौरी/शहपुरा|,रामसहाय मर्दन| जनपद पंचायत शहपुरा के ग्राम अमेरा के ग्रामीणों के द्वारा जांच प्रतिवेदन के आधार पर अमेरा सरपंच कौशिल्या माकों के विरुद्ध FIR कराने एवं सरपंच पद से पृथक करते हुए गबन की राशि वसूलने के सम्बंध में कार्रवाई करने ग्रामीणों ने की जिला सीईओ से शिकायत की थी। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के 2 माह बीत जाने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
Contents
डिण्डौरी/शहपुरा|,रामसहाय मर्दन| जनपद पंचायत शहपुरा के ग्राम अमेरा के ग्रामीणों के द्वारा जांच प्रतिवेदन के आधार पर अमेरा सरपंच कौशिल्या माकों के विरुद्ध FIR कराने एवं सरपंच पद से पृथक करते हुए गबन की राशि वसूलने के सम्बंध में कार्रवाई करने ग्रामीणों ने की जिला सीईओ से शिकायत की थी। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के 2 माह बीत जाने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।दरअसल जिले के शहपुरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत अमेरा में वर्ष 2011-12 से कौशिल्या मार्को सरपंच के द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर करोड़ों रूपये की शासकीय राशि का गबन करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। जिसकी शिकयत ग्रामीणों ने जिपं सीईओ किया। शिकयत पत्र में। उल्लेख किया गया है कि वर्ष 2011-12 से कौशिल्या मार्को सरपंच के द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर करोड़ों रूपये की शासकीय राशि का गबन करते हुए अपने निजी हित में प्रयोग कर लिया गया है। जिसकी शिकायत होने पर जिला पंचायत सीईओ के द्वारा जाँच समिति गठित किया जाकर जांच कराये जाने पर लाखों रूपये की शासकीय राशि का गबन किया जाना जांच में पाया गया है।ग्रामीणों का आरोप है कि जांच प्रतिवेदन जनपद कार्यालय शहपुरा के द्वारा 03 माह पूर्व प्रेषित किया जा चुका है। लेकिन जिला पंचायत कार्यालय में पदस्थ कोई लिपिक के द्वारा फाईल को दबा दी गई है। जिससे कार्रवाई नहीं हो पा रही है, जबकि उक्त प्रकरण ऑनलाईन दर्ज भी हो चुका है किंतु राजनैतिक प्रभाव में आकर गंभीर अनियमितता के बाद भी सम्बंधित व्यक्ति को बचाने का प्रयास किया जा रहा है जिससे उसके द्वारा आज भी पद का दुरूपयोग करते हुए निर्माण कार्यों के नाम पर शासकीय राशि का गबन निरंतर किया जा रहा है।ग्रामीणों का कहना है:—
सम्बंधित सरपंच को पद से पृथक करते हुए तथा शासकीय राशि का वसूली कर सम्बंधित व्यक्ति के विरूद्ध छल कपट धोखाधड़ी एवं दस्तावेजों की कूट रचना करते हुए शासकीय राशि का गबन करने के सम्बंध में FIR कर कार्रवाई की जाए।
दरअसल जिले के शहपुरा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत अमेरा में वर्ष 2011-12 से कौशिल्या मार्को सरपंच के द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर करोड़ों रूपये की शासकीय राशि का गबन करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। जिसकी शिकयत ग्रामीणों ने जिपं सीईओ किया। शिकयत पत्र में। उल्लेख किया गया है कि वर्ष 2011-12 से कौशिल्या मार्को सरपंच के द्वारा निर्माण कार्यों के नाम पर करोड़ों रूपये की शासकीय राशि का गबन करते हुए अपने निजी हित में प्रयोग कर लिया गया है। जिसकी शिकायत होने पर जिला पंचायत सीईओ के द्वारा जाँच समिति गठित किया जाकर जांच कराये जाने पर लाखों रूपये की शासकीय राशि का गबन किया जाना जांच में पाया गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि जांच प्रतिवेदन जनपद कार्यालय शहपुरा के द्वारा 03 माह पूर्व प्रेषित किया जा चुका है। लेकिन जिला पंचायत कार्यालय में पदस्थ कोई लिपिक के द्वारा फाईल को दबा दी गई है। जिससे कार्रवाई नहीं हो पा रही है, जबकि उक्त प्रकरण ऑनलाईन दर्ज भी हो चुका है किंतु राजनैतिक प्रभाव में आकर गंभीर अनियमितता के बाद भी सम्बंधित व्यक्ति को बचाने का प्रयास किया जा रहा है जिससे उसके द्वारा आज भी पद का दुरूपयोग करते हुए निर्माण कार्यों के नाम पर शासकीय राशि का गबन निरंतर किया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है:—
सम्बंधित सरपंच को पद से पृथक करते हुए तथा शासकीय राशि का वसूली कर सम्बंधित व्यक्ति के विरूद्ध छल कपट धोखाधड़ी एवं दस्तावेजों की कूट रचना करते हुए शासकीय राशि का गबन करने के सम्बंध में FIR कर कार्रवाई की जाए।
सम्बंधित सरपंच को पद से पृथक करते हुए तथा शासकीय राशि का वसूली कर सम्बंधित व्यक्ति के विरूद्ध छल कपट धोखाधड़ी एवं दस्तावेजों की कूट रचना करते हुए शासकीय राशि का गबन करने के सम्बंध में FIR कर कार्रवाई की जाए।