◆ अनावेदकों पर अभद्र भाषा का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी देने का आरोप:-
◆ अमरपुर थाना चौकी अंतर्गत ग्राम देवरी का मामला:-
डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)। अमरपुर थाना चौकी अंतर्गत ग्राम देवरी के ग्रामीणों ने मंगलवार को अनावेदकों पर चुनावी रंजिशों को लेकर मरपीट करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग को लेकर एसडीएम एवं एसपी से शिकायत किया है। शिकायत तकर्ताओं ने बताया कि ग्राम पंचायत देवरी में सुरेश ठाकुर वार्ड पंच की उम्मीदवार थे एवं दूसरे पक्ष में जयराम ठाकुर थे, जिसमे से सुरेश ठाकुर वार्ड पंच का चुनाव हार गया है। इसी बात को लेकर सुरेश ठाकुर के पक्ष वालों ने ग्राम वालों को वोट नही दिये कहते हुए मारपीट एवं जान से मार देने की धमकी दिया जा रहा है। आवेदकों में से कल्याण सिंह पिता गन्नू, रामप्रभा पिता कल्याण, राम भगत पिता कल्याण सिह, कुन्जा बाई पति कल्याण, संगीता बाई पति रामप्रभा, सीता बाई पति रामभगत के साथ अनावेदक लखन शिक्षक, सुरेश, कोमल, दौलत पिता फूलसिह, ईश्वर, सतेन्द्र पिता लखन, फलेन्द्र, नितेश्वर उर्फ गोलू पिता कोमल, डेलसिह, रघुराज पिता सुरेश, गुलांची पति लखन, सकुन पति सुरेश, कुसुम पति कोमल, परमिला पति दौलत, पूनम पति ईश्वर, सरस्वती पति सतेन्द्र, कौशल्या पति मनेन्द्र, ममता पति गोलू, माया पति रघुराज के द्वारा एक मत होकर अपनी ट्रेक्टर घर के आंगन की दरवाजे में खड़ा कर दरवाजा तोड़कर सभी लोग घर में घुसकर लाठी एवं हाथ मुक्का व लात से मारपीट किया गया है। आरोप है कि अनावेदकों के द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए अपमानिमत किया जा रहा है और आप लोगां की वजह से चुनाव में हार गए कहते हुए एक–एक कर जान से मार देने की धमकी दिया जा रहा है। बताया गया कि अनावेदकों के द्वारा मारपीट कर रहै थे, तभी चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव के हरिसिह पिता केशव सिंह, मंटी पति चेतराम, गिरवर पिता अर्जुन सिंह आये व घटना के दौरान देखे एवं सुने हैं। यह घटना 3 जुलाई के रात्रि 8-9 बजे के बीच की है। इस मामले की लेकर आवेदकों के द्वारा अमरपुर थाना चौकी में शिकायत किया गया था किंतु पुलिस द्वारा कुछ बाते को अनसुनी करते हुए व कुछ लोगो के नाम लिखते हुए रिपोर्ट दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कि अनावेदकों की पक्ष से बनावटी झूठा रिपोर्ट आवेदकों के विरूध्द रिपोर्ट दर्ज कर परेशान किया जा रहा है। आवदेकों ने इस मामले की शिकायत सी.एम.हेल्प लाईन में शिकायत दर्ज कराया है जिससे पुलिस के द्वारा शिकायत वापस कराने का दबाव बनाया जा रहा है।