जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप के क्लीनिकों की बाढ़ सी आ गई है। वहीं उपचार के दौरान कई लोग इन झोलाछाप के इलाज से अपनी जान तक गंवा चुके हैं। कहना गलत नहीं की जिला प्रशासन के उदासीनता के चलते झोलाछापों डॉक्टरों के हौंसले बुलंद है तभी तो जैसे ही मामला शांत होता है, फिर से झोलाछाप सक्रिय हो जाते है…
डिंडौरी, रामसहाय मर्दन| जिले में वर्षो से अवैध रूप से चिकित्सक का कारोबार कर रहे झोलाछापों के खिलाफ जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को छापामारी शुरू कर दी है। बता दें कि छापामारी की खबर सुनते ही झोलाछापों में हड़कंप मच गया और अधिकतर अपनी-अपनी दुकानें बंद कर गए। दरअसल जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के पास झोलाछाप की क्लीनिकों की अधिकृत कोई सूची नहीं है इसलिए यह लंबे समय से कार्रवाई से बचते रहे है ।
जारी आदेश के मुताबिक…
विगत दिनों लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मध्य प्रदेश विभाग के द्वारा गैर मान्यता प्राप्त / झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश पूरे प्रदेश के समस्त कलेक्टर एवं जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों निर्देश दिया गया था कि इनको नियंत्रित कर आवश्यक कार्रवाई की जाए।
जारी आदेश को संज्ञान में लेते हुए जिला प्रशासन और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी टीम के साथ मैदान में उतरे।
शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में झोलाछाप के क्लीनिकों की बाढ़ सी आ गई है। वहीं उपचार के दौरान कई लोग इन झोलाछाप के इलाज से अपनी जान तक गंवा चुके हैं। किंतु जिला प्रशासन द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है । सिर्फ कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है जिसकी वजह से मामला शांत होते झोलाछाप पुनः सक्रिय हो जाते हैं। लेकिन इस बार शासन से मिले आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी से झोलाछापों में खलबली मची हुई है।
बता दें कि शुक्रवार को जिला प्रशासन के औचक निरीक्षण के बाद जहां दो कथित चिकित्सक पकड़े गये।वहीं जानकारी लगते ही अन्य झोलाछाप चिकित्सक अपनी दुकान बंद कर फरार हो गए। कलेक्ट्रेट के सामने ही एस के विश्वास लगभग दो दशक से अधिक समय से अपना गोरखधंधा चला रहा था। जो शुक्रवार को कार्रवाई की निशाने में आ गया। इसी तरह एक अन्य ठिकाने से बड़ी मात्रा में अंग्रेजी दवाओं का जखीरा भी जप्त किया गया है।इसके साथ ही एलोपैथिक दवाएं, सीरिंज, ग्लूकोज बोतल सहित अन्य दवाएं बरामद की गई हैं। कार्रवाई के बाद जिले में झोलाछापों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।