डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)| महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में महिलाओं के आर्थिक स्वालम्बन और उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार तथा परिवार के निर्णयों में उनकी भूमिका सुदृढ़ करने हेतु राज्य शासन द्वारा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना 2023 प्रारंभ की गयी है। महिलाओं के कल्याण हेतु संचालित शासन की समस्त योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन और कार्य पर निगरानी रखने हेतु योजना अंतर्गत लाभांवित महिलाओं को सम्मिलित करते हुये 23 से 60 आयु वर्ग की महिलाओं की ’लाडली बहना सेना’ का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि ग्राम/वार्ड स्तर पर एक लाड़ली बहना सेना गठित होंगी, जिसमें ग्राम की इच्छुक 23 से 60 आयुवर्ग की महिलाएं सदस्य होंगी। जिले के प्रत्येक ग्राम, जिसकी आबादी 1500 से कम है, में 11 सदस्यीय एवं ऐसे ग्राम जिनकी आबादी 1500 से अधिक है, में 21 सदस्यीय लाडली बहना सेना का गठन किया जाएगा। लाडली बहना सेना की कुल सदस्या संख्या में कम से कम 50 प्रतिशत सदस्य मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना से लाभांवित सदस्य होंगे। प्रत्येक लाडली बहना सेना में सर्वसम्मति से ’लाडली बहना सेना प्रभारी एवं ’लाडली बहना सेना सह प्रभारी मनोनीत किये जाएंगे, जो एक वर्ष तक प्रभारी एवं सह प्रभारी के दायित्वों का निर्वहन करेंगे। तत्पश्चात लाडली बहना सेना के ही अन्य सदस्य प्रभारी एवं सह प्रभारी के रूप में मनोनीत होंगे। लाडली बहना सेना का मुख्य दायित्व आदिवासी, ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को जागरुक करना है, जिससे वे स्वयं के विकास के साथ-साथ समाज के विकास की सोच को सुदृढ़ कर सकें। महिला व बालिकाओं से संबंधित मुद्दे में बाल विवाह, दहेज-प्रथा, घरेलू हिंसा, लिंग आधारित भेदभाव आदि पर ग्रामवासियों को जागरूक करना है। अपने गांव की महिलाओं, बालिकाओं व बच्चों की स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, स्वच्छता पर चर्चा करना है। इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा चलाए जाने वाले सभी अभियानों, कार्यक्रमों सम्मेलनों में सहयोग करना महिलाओं को उनकी क्षमता, योग्यता तथा गांव की बाजार की आवश्यकता के अनुसार छोटे-छोटे लघु उद्योग स्थापित करने हेतु प्रोत्साहित करना तथा संबंधित विभाग की जानकारी देना योजना के मुख्य विषयों में शामिल है।