डिंडौरी,रामसहाय मर्दन| जिले के सभी स्कूल में हर्षोल्लास के साथ शिक्षक दिवस मनाया। इसी क्रम में आज राजूषा हायर सेकेंडरी इंग्लिश मीडियम स्कूल में शिक्षक दिवस छात्र-छात्राओं ने बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया। विद्यार्थियों ने अपने गुरु जनों का तिलक लगाकर व श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। आकर्षण का विषय यह रहा की विद्यालय के सीनियर विद्यार्थियों ने एक दिन शिक्षक बन अपने जूनियर विद्यार्थियों को कक्षा में पढ़ाया। इस प्रकार के नवाचार से छात्र-छात्राओं में कौशल विकास के साथ-साथ उनका व्यक्तित्व विकास भी होता है।
शिक्षकों के प्रति उनका आदर सम्मान बढ़ता है इस संपूर्ण दिनचर्या में उन्होंने यह भी सीखा कि शिक्षक किस प्रकार से अध्यापन कार्य विद्यार्थियों को कराते हैं अपने सीनियर विद्यार्थियों से पढ़ने के बाद जूनियर विद्यार्थियों को बहुत ही अच्छा लगा। गुरु शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है जीवन में माता-पिता का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता क्योंकि वे ही हमें इस खूबसूरत दुनिया में लाते हैं कहा जाता है कि जीवन में सबसे पहले गुरु हमारे माता-पिता ही होते हैं भारत में प्राचीन समय से ही गुरु व शिक्षक परंपरा चली आ रही है जीने का सही तरीका सही मार्ग पर चलना हमें हमारे शिक्षक सीखते हैं
प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के अवसर पर शिक्षकों के सम्मान को लेकर यह मनाया जाता है गुरु का हर किसी के जीवन में विशेष महत्व होता है समाज में भी उनका अपना एक विशिष्ट स्थान है सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षा में बहुत विश्वास रखते थे और वह एक महान शिक्षक थे एक आदर्श शिक्षक के सभी गुण उनमें विद्यमान थे। श्रेष्ठ शिक्षकों को प्रतिवर्ष सम्मानित भी किया जाता है विद्यालय के विद्र्यािर्थयों ने अपने शिक्षकों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, गेम्स एवं सम्मान समारोह भी आयोजित किया। शिक्षक उस माली के समान है जो एक बगीचे को अलग-अलग रूप रंग के फूलों से सजाता है छात्रों को कांटों पर भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। सम्पूर्ण कार्यक्रम छात्र-छात्राओं द्वारा तैयार कर आयोजित किया गया।