डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| जिले के मेहंदवानी विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम राधोपुर निवासी श्यामकली धूमकेती पति भगवान सिंह गोड ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद भर्ती में जिम्मेदारों पर गड़बड़ी करने के आरोप लगाए है। पीड़ित दिव्यांग महिला ने कलेक्टर से शिकायत कर आंगनवाडी कार्यकर्ता के पद भर्ती में जांच करा योग महिला की भर्ती की मांग की है।
दिए गए शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि आंगनवाडी कार्यकर्ता पद की नियुक्ति महिला बाल विकास परियोजना मेंहदवानी में होना था जहां दिव्यांग महिला रामकली धूमकेती की नियुक्ति निश्चित था, लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा आपत्र महिला को आंगनवाडी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त किया गया है। दिव्यांग महिला श्यामकली धूमकेती का कहना है कि अनावेदिका महिला का पिता शासकीय कर्मचारी है और उक्त महिला के नाम से बीपीएल कार्ड भी बना हुआ है। वही पीड़ित दिव्यांग महिला शारीरिक रूप से 50% विकलांग है, लेकिन विकलांगता का प्रमाण पत्र मान्य नहीं किया जा रहा है। नाही बीपीएल में नाम जोड़ा जा रहा है जिसके कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद नियुक्ति में कम अंक दिया गया है। अनावेदिका महिला अन्य वार्ड की है बावजूद उसकी नियुक्ति आवेदिका के वार्ड में किया गया है। पीड़ित दिव्यांग महिला ने कलेक्टर महोदय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के नियुक्ति में हुई गड़बड़ी की जांच करा योग महिला की भर्ती करने की मांग की है।
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डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| जिले के मेहंदवानी विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम राधोपुर निवासी श्यामकली धूमकेती पति भगवान सिंह गोड ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद भर्ती में जिम्मेदारों पर गड़बड़ी करने के आरोप लगाए है। पीड़ित दिव्यांग महिला ने कलेक्टर से शिकायत कर आंगनवाडी कार्यकर्ता के पद भर्ती में जांच करा योग महिला की भर्ती की मांग की है।दिए गए शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि आंगनवाडी कार्यकर्ता पद की नियुक्ति महिला बाल विकास परियोजना मेंहदवानी में होना था जहां दिव्यांग महिला रामकली धूमकेती की नियुक्ति निश्चित था, लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा आपत्र महिला को आंगनवाडी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्त किया गया है। दिव्यांग महिला श्यामकली धूमकेती का कहना है कि अनावेदिका महिला का पिता शासकीय कर्मचारी है और उक्त महिला के नाम से बीपीएल कार्ड भी बना हुआ है। वही पीड़ित दिव्यांग महिला शारीरिक रूप से 50% विकलांग है, लेकिन विकलांगता का प्रमाण पत्र मान्य नहीं किया जा रहा है। नाही बीपीएल में नाम जोड़ा जा रहा है जिसके कारण आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद नियुक्ति में कम अंक दिया गया है। अनावेदिका महिला अन्य वार्ड की है बावजूद उसकी नियुक्ति आवेदिका के वार्ड में किया गया है। पीड़ित दिव्यांग महिला ने कलेक्टर महोदय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के नियुक्ति में हुई गड़बड़ी की जांच करा योग महिला की भर्ती करने की मांग की है।