◆मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत संचालित शासकीय महाविद्यालय का मामला:-
डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत संचालित शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ सहायक प्राध्यापक मनीषा कोल और प्रभारी प्राचार्य के बीच का विवाद एक बार फिर गरमा गया है। मंगलवार को दर्जनों विद्यार्थियों ने सहायक प्राध्यापक के द्वारा की जा रही झूठी शिकायत एंव थाने में प्रभारी प्राचार्य के विरूद्ध झूठी एफआईआर दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से निष्पक्ष जाँच कर कार्रवाई करने की माँग किया गया है। शियकत में उल्लेख किया गया है कि छात्र – छात्राओं को कक्षा में महिला प्राध्यापक के द्वारा मानसिक तौर से प्रताडित किया जाता है। विद्यार्थियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि मेरे पक्ष में गवाही देने को कहती है।
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◆मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत संचालित शासकीय महाविद्यालय का मामला:-डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| मेहंदवानी विकासखंड अंतर्गत संचालित शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ सहायक प्राध्यापक मनीषा कोल और प्रभारी प्राचार्य के बीच का विवाद एक बार फिर गरमा गया है। मंगलवार को दर्जनों विद्यार्थियों ने सहायक प्राध्यापक के द्वारा की जा रही झूठी शिकायत एंव थाने में प्रभारी प्राचार्य के विरूद्ध झूठी एफआईआर दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर से निष्पक्ष जाँच कर कार्रवाई करने की माँग किया गया है। शियकत में उल्लेख किया गया है कि छात्र – छात्राओं को कक्षा में महिला प्राध्यापक के द्वारा मानसिक तौर से प्रताडित किया जाता है। विद्यार्थियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि मेरे पक्ष में गवाही देने को कहती है।गवाही नही देने पर झूठी अरोप में फंसाने की धमकी दी जाती है। इनके द्वारा महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा. मनोज कुमार व अन्य प्राध्यापकों के खिलाफ लगातार झूठी शिकायत 2020 से की जा रही है और 03 सितंबर को की गई है। यह भी आरोप है कि कक्ष कमांक 3 में बीएससी तृतीय वर्ष में उनकी कक्षा भी नही थी एवं मनोज कुशवाहा एवं अन्य स्टाप के द्वारा किसी प्रकार की गाली गलौज नहीं की गई है। दर्जनों विद्यार्थियों ने कलेक्टर से षिकायत कर उक्त मामले की निष्पक्ष जाँच कर कार्रवाई करने की माँग किया है।
गवाही नही देने पर झूठी अरोप में फंसाने की धमकी दी जाती है। इनके द्वारा महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा. मनोज कुमार व अन्य प्राध्यापकों के खिलाफ लगातार झूठी शिकायत 2020 से की जा रही है और 03 सितंबर को की गई है। यह भी आरोप है कि कक्ष कमांक 3 में बीएससी तृतीय वर्ष में उनकी कक्षा भी नही थी एवं मनोज कुशवाहा एवं अन्य स्टाप के द्वारा किसी प्रकार की गाली गलौज नहीं की गई है। दर्जनों विद्यार्थियों ने कलेक्टर से षिकायत कर उक्त मामले की निष्पक्ष जाँच कर कार्रवाई करने की माँग किया है।