पाईप की जगह पाईप के निचले हिस्सा से होते हुए एप्रोन के नीचे से बह रही पानी, तकनीकी अमला पर उठ रही सवाल….
जनपद पंचायत समनापुर के ग्राम पंचायत अजगर का मामलाः-
डिंडौरी, रामसहाय मर्दन। जिले में प्राक्कलन तैयार कर तकनीकी अधिकारियों के द्वारा मापदंडों को किनारे करते हुए मनमाफिक ढांचा तैयार कर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने पर आमादा है। जिसके कारण लाखों की लागत से निर्मित ढांचा मात्र सामग्री बिल भुगतान कराकर जेब भरने का साधन बन गया है। बता दे कि इन दिनों जनपद पंचायत समनापुर के आने वाले ग्राम पंचायतों में सरपंच, सचिव और उपयंत्री की मिलीभगत से निर्माण कार्यों में जमकर भृष्टाचार किया जा रहा है, और मजे की बात यह है कि भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के बजाय जिम्मेदार अधिकारी मौन है। यही कारण है कि विकास कार्यों में गड़बड़ी करने वालों का हौसले सातवां आसमान छू रहा है।
ये रहा पूरा मामला….
दरअसल ऐसा ही मामला जनपद पंचायत समनापुर के ग्राम पंचायत अजगर का सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव जय गोपाल सैयाम के द्वारा वित्तीय वर्ष 2022/2023 में मनरेगा योजना के तहत लाखों रू.की लागत से काॅजवेकम स्टाॅप डैम का निर्माण ग्राम पंचायत भवन के पास कराया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक काॅजवेकम स्टाॅपडैम निर्माण के दौरान जिम्मेदारों के द्वारा बिना बेस बनाए ही पाईप रख दिया गया है ,जिसकी वजह से कुछ महीनों में ही पुलिया खोखली हो गई है, जिसे वीडियो/फोटो में साफ देखा जा सकता है कि पाईप की जगह पाईप के निचले हिस्सा से होते हुए एप्रोन के नीचे से पानी बह रही है। जिसकी वजह से आने वाले कुछ ही दिनों में पुलिया पूरी तरह क्षतिग्रस्त होकर धराशाई होने की संभावना है जिससे शासन की लाखों रुपए पानी में बह जाएगी।
जिम्मेदार नियमों को दिखा रहे ठेंगा….
शासन के द्वारा ग्राम पंचायतों में कराये जा रहे निर्माण कार्य शुरू करने से पहले सूचना पटल लगाने के निर्देश दिये गये है,लेकिन यहां पर जिम्मेदार शासन के नियम कायदों को ठेंगा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। बता दें कि ग्राम पंचायत अजगर के सरपंच/सचिव के द्वारा लाखों रुपए की लागत से पुलिया निर्माण कराया गया है,लेकिन निर्माण के महानों बाद भी सूचना पटल में जानकारी अंकित नहीं किया गया है। जिससे ग्रामीणों साहित अन्य लोगों को लागत, मद और कई जानकारी नहीं मिल रही है।