जनपद पंचायत अमरपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बटिया का मामला….
डिंडौरी, रामसहाय मर्दन। इन दिनों जिले में जिम्मेदारों के द्वारा सरकारी नियमों का खुलेआम उपहास उड़या जा रहा है। जिसकी बानगी जनपद पंचायत अमरपुर में देखा जा सकता है। जिन्हें जनपद पंचायत की जिम्मेदारी दी गई है , वही सरकारी नियमों का उचित ढंग से निर्वहन नहीं कर रहे है। दरअसल ऐसा ही ताजा मामला जनपद पंचायत अमरपुर के ग्राम पंचायत बटिया का सामने आया है। जहां सरपंच, सचिव के द्वारा 04 लाख रू. की लागत से सीसी सड़क का घटिया निर्माण कराया गया है जो चंद महीने में ही जर्जर हो गई है।
बता दें कि मामले को लेकर विगत दिनों साईड लुक समाचार पत्र में प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया गया था जिसपर संज्ञान लेते हुए जनपद सीईओ लोकेश नानोरे के द्वारा उक्त सीसी सड़क की जांच कराने 12/09/2024 को जांच टीम गठित की गई थी जिसमें सहायक यंत्री केपी दुबे और उपयंत्री अमित गांगुली को ग्राम पंचायत बटिया के जर्जर सीसी सड़क की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन एक माह बीत जाने के बावजूद आज तक जांच नहीं गई, आप अंदाजा लगा सकते कि जिम्मेदार अपने कार्यों के प्रति कितने जिम्मेदार है।
क्या जांच टीम गठित कर भूल गए सीईओ…?
सीईओ द्वारा सीसी सड़क की जांच करने के लिए जांच टीम तो गठित कर दी गई, लेकिन जांच टीम के द्वारा सीसी सड़क की जांच एक माह बीत जाने के बाद भी नहीं की गई, मजे की बात यह कि जनपद सीईओ भी मामले को जानना उचित नहीं समझ रहे है। या फिर जांच टीम गठित कर भूल गए है। कहना गलत नहीं होगा कि निर्माण कार्यों में हो रही भृष्टाचार को रोकने में जनपद सीईओ कोई रुचि नहीं ले रहे है। ऐसे कई सवाल खड़े हो रहे है।
क्या सहायक यंत्री और उपयंत्री सीईओ के निर्देश को दिखा रहे ठेंगा…?
सीईओ लोकेश नानोरे के द्वारा जर्जर सीसी सड़क की जांच के लिए सहायक यंत्री केपी दुबे और उपयंत्री अमित गांगुली को पत्र जारी कर निर्देश दिए है कि तीन दिवस के अंदर जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। लेकिन जांच टीम के द्वारा एक माह बीत जाने के बाद भी जर्जर सीसी सड़क की जांच नहीं किया गया है।
ये रहा पूरा मामला….
दरअसल ऐसा ही मामला जनपद पंचायत अमरपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत बटिया का सामने आया है। बता दें कि मुख्यमार्ग से प्रेम सिंह के घर तक ग्राम पंचायत सरपंच सुरेश सरोते और सचिव अमर सिंह कुशराम के द्वारा विगत वर्ष 2023/24 में 15 वें वित्त आयोग मद से 04 लाख 23 हजार रुपए की लागत से सीसी सड़क निर्माण कराया गया है। जो चंद महीनों में ही गिट्टी उखड़ने लगी है ,जिससे लाखों की लागत से निर्मित सीसी सड़क पूरी तरह जर्जर हो रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक सीसी सड़क निर्माण में जिम्मेदारों के द्वारा तकनीकी मापदंडों को दरकिनार किया गया है। इंजीनियरिंग मैनुअल में इसके माप तय हैं, लेकिन उक्त सीसी सड़क में निर्माण कार्यों में इनकी खुली अवहेलना की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सरपंच सुरेश सरोते, सचिव अमर सिंह कुशराम के द्वारा उपयंत्री से सांठगांठ कर स्वयं को आर्थिक लाभ पहुंचाने के मंशा से सड़क निर्माण में गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किया गया है। बताया गया कि सड़क निर्माण के दौरान मिट्टी युक्त बजरी वाली गिट्टी, रेत और निम्न स्तर का सीमेंट उपयोग कर पूरी तरह घटिया निर्माण कराया गया है। साथ ही सड़क की मोटाई भी निर्धारित मापदंड की विपरीत कराई गई है, जिसके चलते एक वर्ष में ही लाखों की लागत से बने सीसी सड़क उखडने लगी।