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• जनपद सीईओ ने कहा जांच कराकर संबंधित के विरुद्ध की जाएगी कार्रवाई…• डिंडौरी जनपद के ग्राम पंचायत इमलई माल में लाखों की लागत से स्टाॅप डैम निर्माण कराया गया है जो पूरी तरह से गुणवत्ताहीन व मापदंड के विपरीत बना है,बता दे कि ग्राम पंचायत सरपंच सरोजवती ने आरोप लगाई है कि उक्त स्टाॅप डैम निर्माण में हुई गडबडी की जांच करने डिंडौरी जनपद पंचायत सीईओ से बार-बार शिकायत कर स्टाॅप डैम की दोबारा मूंल्याकन करने और भुगतान पर रोक लगाने की मांग की गई थी लेेकिन जिम्मेदारों के द्वारा कोई जांच नहीं कराया गया बल्कि उपयंत्री कमलेश धूमकेती ,सचिव जगदीश धुर्वे और सहायक यंत्री के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मापदंड के विपरीत बने स्टाॅप डैम का मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को साम्रगी का पूरा 100 प्रतिशत भुगतान कर दिया का गया क्यों?डिंडौरी, रामसहाय मर्दन। जिले के डिंडौरी जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य कराके जहां सरकारी बजट को चूना लगाया जा रहा है, वहीं पंचायत प्रतिनिधि हर काम में कमाई के चक्कर में कायदे कानून ताक पर रखकर कायदे कानून के पालन से बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है।दरअसल डिंडौरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत इमलई माल में उपयंत्री कमलेश धूमकेती सचिव जगदीश धुर्वे के द्वारा सांठगाठ कर पंचायत में बेलगाम राज चलाया जा रहा है। बता दे कि ग्राम पंचायत इमलई माल के इमलई रैयत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम के तहत नगाडा नाला में लगभग 17.29 लाख रू. की लागत से स्टाॅप डैम का निर्माण गुणवत्ताविहीन व मापदंड के विपरीत कराया गया है। वहीं उपयंत्री कमलेश धूमकेती के द्वारा मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को साम्रगी का पूरा भुगतान भी कर दिया का गया।गौरतलब यह है कि स्टाॅप डैम निर्माण कार्य शुरू करने से पहले जहां उपयंत्री कमलेश धूमकेती के द्वारा निर्माण स्थल की सफाई कर भूमि को समतल करा स्टाॅप डैम निर्माण कार्य शुरू करना चाहिए था ताकि लाखों रू. की लागत से स्टाॅप डैम में जल संवर्धन की मंशा पूरी हो सके और स्टाॅप डैम में पानी एकत्रित हो सके, लेकिन उपयंत्री कमलेश धूमकेती के द्वारा ज्यादा कमीशन के चक्कार में स्वंय को आर्थिक लाभ पंहुचने की मंशा से स्टाॅप डैम निर्माण स्थल की भूमि को बिना समतल कराए स्टाॅप डैम निर्माण कराकर मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को साम्रगी का पूरा भुगतान कर दिया गया,जबकि उक्त स्टाॅप डैम की हाईट कहीं एक फीट,तो कहीं दो फीट, कहीं तीन फीट है तो चार फीट हाईट है जबकि उक्त स्टाॅप डैम हाईट एक समान होना था साथ ही स्टाॅप डैम को आयताकार बनाया गया जबकि स्टाॅप डैम के एक ओर स्लोपिग बनाया जाता है। बता दे कि इन तमाम अनियमितताओं को अनदेखा कर जिम्मेदारों के द्वारा स्टाॅप डैम निर्माण कराया गया ।स्टाॅप डैम की दोबारा मूंल्याकन और भुगतान पर रोक लगाने सीईओ से शिकायत के बावजूद पूरा भुगतान….बता दे कि ग्राम पंचायत इमलई सरपंच सरोजवती के द्वारा डिंडौरी जनपद पंचायत सीईओ से बार-बार शिकायत कर उक्त स्टाॅप डैम की दोबारा मूंल्याकन करने और भुगतान पर रोक लगाने की मांग की गई जिसके बावजूद उपयंत्री कमलेश धूमकेती और सहायक यंत्री के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मापदंड के विपरीत बने स्टाॅप डैम का 100 प्रतिशत मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को पूरा भुगतान कर दिया गया,जिसे देखकर लगता है कि उपयंत्री कमलेश धूमकेती सचिव जगदीश धुर्वे को मनमानी करने की खुली छूट मिल गई है जिन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है।उपयंत्री,और सचिव के विरूध्द कार्रवाई की दरकार….डिंडौरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत इमलई माल में कार्यरत उपयंत्री कमलेश धूमकेती, और सचिव जगदीश धुर्वे का भ्रष्टाचार करने के मामले में काफी चर्चित हैं,इनके द्वारा तमाम प्रकार के निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है,किंतु जिला प्रशासन के द्वारा उपयंत्री, और सचिव के द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की विभाग के द्वारा निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं की जाती और न ही कार्रवाई की जा रही है। ग्राम पंचायत जिम्मेंदारों के विरूध्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण भष्टाचारियों हौसलें के बुलंद है।इनका कहना है,,उक्त स्टाॅप डैम की जानकारी आपके माध्यम से मिली है स्टाॅप डैम निर्माण कार्य में जो गड़बड़ी हुई है जांच कराकर संबंधितों के विरूध्द ठोस कार्रवाई की जाएगी।निखलेश कटारे, सीईओ जनपद पंचायत डिंडौरी।उक्त स्टाप डैम निर्माण कार्य में हुई गड़बड़ी को लेकर मेरे द्वारा विरोध किया गया और सीईओ से शिकायत भी की गई कि दोबारा मूल्यांकन और भुगतान पर रोक लगाई जाए, लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा कोई जांच नहीं किया गया और मुझे धमकी दे दबाव बनाकर बिलों में हस्ताक्षर कर भुगतान करा लिया गया। उक्त स्टाफ डैम की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।सरोजवती, सरपंच ग्राम पंचायत इमलई।
• जनपद सीईओ ने कहा जांच कराकर संबंधित के विरुद्ध की जाएगी कार्रवाई…
• डिंडौरी जनपद के ग्राम पंचायत इमलई माल में लाखों की लागत से स्टाॅप डैम निर्माण कराया गया है जो पूरी तरह से गुणवत्ताहीन व मापदंड के विपरीत बना है,बता दे कि ग्राम पंचायत सरपंच सरोजवती ने आरोप लगाई है कि उक्त स्टाॅप डैम निर्माण में हुई गडबडी की जांच करने डिंडौरी जनपद पंचायत सीईओ से बार-बार शिकायत कर स्टाॅप डैम की दोबारा मूंल्याकन करने और भुगतान पर रोक लगाने की मांग की गई थी लेेकिन जिम्मेदारों के द्वारा कोई जांच नहीं कराया गया बल्कि उपयंत्री कमलेश धूमकेती ,सचिव जगदीश धुर्वे और सहायक यंत्री के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मापदंड के विपरीत बने स्टाॅप डैम का मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को साम्रगी का पूरा 100 प्रतिशत भुगतान कर दिया का गया क्यों?
डिंडौरी, रामसहाय मर्दन। जिले के डिंडौरी जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों में मनमाने तरीके से अनियमितता और अनुपयोगी कार्य कराके जहां सरकारी बजट को चूना लगाया जा रहा है, वहीं पंचायत प्रतिनिधि हर काम में कमाई के चक्कर में कायदे कानून ताक पर रखकर कायदे कानून के पालन से बेपरवाह हैं। उन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है।
दरअसल डिंडौरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत इमलई माल में उपयंत्री कमलेश धूमकेती सचिव जगदीश धुर्वे के द्वारा सांठगाठ कर पंचायत में बेलगाम राज चलाया जा रहा है। बता दे कि ग्राम पंचायत इमलई माल के इमलई रैयत में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम के तहत नगाडा नाला में लगभग 17.29 लाख रू. की लागत से स्टाॅप डैम का निर्माण गुणवत्ताविहीन व मापदंड के विपरीत कराया गया है। वहीं उपयंत्री कमलेश धूमकेती के द्वारा मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को साम्रगी का पूरा भुगतान भी कर दिया का गया।
गौरतलब यह है कि स्टाॅप डैम निर्माण कार्य शुरू करने से पहले जहां उपयंत्री कमलेश धूमकेती के द्वारा निर्माण स्थल की सफाई कर भूमि को समतल करा स्टाॅप डैम निर्माण कार्य शुरू करना चाहिए था ताकि लाखों रू. की लागत से स्टाॅप डैम में जल संवर्धन की मंशा पूरी हो सके और स्टाॅप डैम में पानी एकत्रित हो सके, लेकिन उपयंत्री कमलेश धूमकेती के द्वारा ज्यादा कमीशन के चक्कार में स्वंय को आर्थिक लाभ पंहुचने की मंशा से स्टाॅप डैम निर्माण स्थल की भूमि को बिना समतल कराए स्टाॅप डैम निर्माण कराकर मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को साम्रगी का पूरा भुगतान कर दिया गया,जबकि उक्त स्टाॅप डैम की हाईट कहीं एक फीट,तो कहीं दो फीट, कहीं तीन फीट है तो चार फीट हाईट है जबकि उक्त स्टाॅप डैम हाईट एक समान होना था साथ ही स्टाॅप डैम को आयताकार बनाया गया जबकि स्टाॅप डैम के एक ओर स्लोपिग बनाया जाता है। बता दे कि इन तमाम अनियमितताओं को अनदेखा कर जिम्मेदारों के द्वारा स्टाॅप डैम निर्माण कराया गया ।
स्टाॅप डैम की दोबारा मूंल्याकन और भुगतान पर रोक लगाने सीईओ से शिकायत के बावजूद पूरा भुगतान….
बता दे कि ग्राम पंचायत इमलई सरपंच सरोजवती के द्वारा डिंडौरी जनपद पंचायत सीईओ से बार-बार शिकायत कर उक्त स्टाॅप डैम की दोबारा मूंल्याकन करने और भुगतान पर रोक लगाने की मांग की गई जिसके बावजूद उपयंत्री कमलेश धूमकेती और सहायक यंत्री के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मापदंड के विपरीत बने स्टाॅप डैम का 100 प्रतिशत मूूल्यांकन कर अपने चहेते ठेकेदार को पूरा भुगतान कर दिया गया,जिसे देखकर लगता है कि उपयंत्री कमलेश धूमकेती सचिव जगदीश धुर्वे को मनमानी करने की खुली छूट मिल गई है जिन्हें न जांच की चिंता है, न अधिकारियों का डर है।
उपयंत्री,और सचिव के विरूध्द कार्रवाई की दरकार….
डिंडौरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत इमलई माल में कार्यरत उपयंत्री कमलेश धूमकेती, और सचिव जगदीश धुर्वे का भ्रष्टाचार करने के मामले में काफी चर्चित हैं,इनके द्वारा तमाम प्रकार के निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है,किंतु जिला प्रशासन के द्वारा उपयंत्री, और सचिव के द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की विभाग के द्वारा निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं की जाती और न ही कार्रवाई की जा रही है। ग्राम पंचायत जिम्मेंदारों के विरूध्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण भष्टाचारियों हौसलें के बुलंद है।
इनका कहना है,,
उक्त स्टाॅप डैम की जानकारी आपके माध्यम से मिली है स्टाॅप डैम निर्माण कार्य में जो गड़बड़ी हुई है जांच कराकर संबंधितों के विरूध्द ठोस कार्रवाई की जाएगी।
निखलेश कटारे, सीईओ जनपद पंचायत डिंडौरी।
उक्त स्टाप डैम निर्माण कार्य में हुई गड़बड़ी को लेकर मेरे द्वारा विरोध किया गया और सीईओ से शिकायत भी की गई कि दोबारा मूल्यांकन और भुगतान पर रोक लगाई जाए, लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा कोई जांच नहीं किया गया और मुझे धमकी दे दबाव बनाकर बिलों में हस्ताक्षर कर भुगतान करा लिया गया। उक्त स्टाफ डैम की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
सरोजवती, सरपंच ग्राम पंचायत इमलई।