मेकलसूता में विद्यार्थियों ने किया कर्मा एवं शैला नृत्य
डिडौरी| मेकलसूता महाविद्यालय में भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती के अवसर पर जनजाति गौरव दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ सुल्तान शाह धुर्वे प्राचार्य शासकीय आदर्श महाविद्यालय डिंडौरी, मुख्य वक्ता बालमुकुंद परस्ते जिला सलाहकार लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, डॉ प्रदीप द्विवेदी रजिस्ट्रार मेकलसुता महाविद्यालय, डॉ बालस्वरूप द्विवेदी उप प्राचार्य, प्रो निरंजन पटेल मुख्य रूप से उपस्थित रहे कार्यक्रम के संयोजक प्रो नागेंद्र परस्ते ने बताया कि झारखंड राज्य के भगवान बिरसा मुंडा में बाल्यावस्था से ही प्रकृति के संरक्षण एवं जनजातीय समाज के हित के लिए कार्य किया उन्होंने मात्र अपनी 25 वर्ष की आयु में ही बहादुरी एवं साहसी से प्रकृति एवं राष्ट्रप्रेम के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया । मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ताओं के द्वारा यह बताया गया वह महान क्रांतिकारी थे आदिवासी समाज को दुर्गुणों से बचाना आदिवासी समाज के हक की लड़ाई के लिए अपने जीवन को उन्होंने समर्पण किया। समाज और राष्ट्र के लिए भगवान बिरसा मुंडा ने अनेकों कार्य किए हैं जब मिशनरी व अंग्रेजों ने जंगलों को अपने कब्जे में करना चाहा उस समय भगवान बिरसा को अंग्रेजों ने पकड़कर जेल में भी डाला किंतु उन्होंने अंग्रेजों के प्रति विद्रोह कर दिया और उन्हें ब्रिटिश शासन ने अनेकों प्रकार से क्षति पहुंचाया। बिरसा मुंडा जी की जीवनी के संबंध में लेख आमंत्रित किए गए सर्वश्रेष्ठ आलेखों को पुरस्कृत भी किया गया साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम जैसे रीना नृत्य,करमा नृत्य, सैला नृत्य, लहकी नृत्य एवं भाषण की प्रस्तुति भी छात्र छात्राओं के द्वारा दी गई कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर विकास जैन के द्वारा किया गया।