शिक्षा न मिलने के कारण कम उम्र नशा के शिकार होते है युवा….
मादक पदार्थो के प्रति युवाओं को किया जागरूक….
डिंडौरी, रामसहाय मर्दन। राजूषा हायर सेकेंडरी स्कूल एवं विधिक एवं न्यायिक साक्षरता केन्द्र के द्वारा नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में दिलावर सिंह जिला विधिक सहायता अधिकारी डिण्डौरी, मुख्य वक्ता उत्कर्ष सोनी न्यायाधीश न्यायिक मजिस्ट्रेट डिण्डौरी, आर पी. कुशवाहा सहायक संचालक नेहरू युवा केन्द्र, लक्ष्मी अहिवार समाज सेविका एवं पर्यावरण संरक्षक एवं संस्था प्राचार्य डाॅ. राजबहादुर सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा माँ वीणा वादिनी के पूजन-अर्चन के साथ प्रारंभ किया गया एवं अतिथियों का स्वागत उपप्राचार्य विकास जैन ने पुष्पगुच्छ देकर किया गया।
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डिंडौरी, रामसहाय मर्दन। राजूषा हायर सेकेंडरी स्कूल एवं विधिक एवं न्यायिक साक्षरता केन्द्र के द्वारा नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में दिलावर सिंह जिला विधिक सहायता अधिकारी डिण्डौरी, मुख्य वक्ता उत्कर्ष सोनी न्यायाधीश न्यायिक मजिस्ट्रेट डिण्डौरी, आर पी. कुशवाहा सहायक संचालक नेहरू युवा केन्द्र, लक्ष्मी अहिवार समाज सेविका एवं पर्यावरण संरक्षक एवं संस्था प्राचार्य डाॅ. राजबहादुर सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा माँ वीणा वादिनी के पूजन-अर्चन के साथ प्रारंभ किया गया एवं अतिथियों का स्वागत उपप्राचार्य विकास जैन ने पुष्पगुच्छ देकर किया गया।मुख्य अतिथि दिलावर सिंह के द्वारा नशा मुक्ति के संबंध में विद्याथियों को जागरूक करते हुए अनुशासनपूर्ण जीवन जीने के लिए नशा से दूर रहने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। नशा एक अभिशाप है जो हमारे समाज में व्यापक रूप से पाया जाता है। लोगो को सही शिक्षा न मिलने के कारण वह कम उम्र नशा के शिकार हो जाते है नशा का सेवन करना अर्थात गंभीर बीमारियों को जन्म देना है। इस तरह नशे की बुराईयाँ बताते हुए छात्रों को एक नियमित दिनचर्या का पालन करने के लिए एवं नशा जैसी बुराईयों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।मुख्य वक्ता उत्कर्ष सोनी न्यायाधीष न्यायिक मजिस्ट्रेट के द्वारा छात्रों को नशा से दूर रहना, स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना तथा भविष्य योजना को निर्धारित करते हुए जीवन जीने के लिए जागरूक व प्रेरित किया, नशा से बचने के लिए शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्य कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। समाज में शराब और गुट्का जैसे मादक पदार्थों को भी बन्द कराने के लिए सलाह दी। आपने मादक पदार्थो के प्रति युवाओं को जागरूक किया। आर पी. कुशवाहा द्वारा छात्र-छात्राओं का मार्ग दर्शन, नशा के प्रकार आदि विषय में जानकारी प्रदान की गई। लक्ष्मी अहिरवार ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने के लिए छात्र छात्राओं को जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए वृक्षारोपण के महत्व को बताया व अतिथिगणों को पौधे भेंट किये। प्राचार्य डाॅ. राजबहादुर द्वारा सभी अतिथियों का अभार व्यक्त करते हुए कहा गया कि विद्यार्थी नशा से दूर रहते हुए भविष्य में समाज के श्रेष्ठ नागरिक बनने का प्रयत्न करे। उन्होंने, जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए नशा कि बुराईयों से बचने के उपाय बताए। अंत में वृक्षारोपण कर कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में समस्त स्टाॅफ एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 12वीं की छात्रा परनीत कौर एवं कक्षा 10वीं के छात्र ललन कुमार मार्काे द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि दिलावर सिंह के द्वारा नशा मुक्ति के संबंध में विद्याथियों को जागरूक करते हुए अनुशासनपूर्ण जीवन जीने के लिए नशा से दूर रहने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। नशा एक अभिशाप है जो हमारे समाज में व्यापक रूप से पाया जाता है। लोगो को सही शिक्षा न मिलने के कारण वह कम उम्र नशा के शिकार हो जाते है नशा का सेवन करना अर्थात गंभीर बीमारियों को जन्म देना है। इस तरह नशे की बुराईयाँ बताते हुए छात्रों को एक नियमित दिनचर्या का पालन करने के लिए एवं नशा जैसी बुराईयों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
मुख्य वक्ता उत्कर्ष सोनी न्यायाधीष न्यायिक मजिस्ट्रेट के द्वारा छात्रों को नशा से दूर रहना, स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना तथा भविष्य योजना को निर्धारित करते हुए जीवन जीने के लिए जागरूक व प्रेरित किया, नशा से बचने के लिए शासन द्वारा चलाए जा रहे विभिन्य कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। समाज में शराब और गुट्का जैसे मादक पदार्थों को भी बन्द कराने के लिए सलाह दी। आपने मादक पदार्थो के प्रति युवाओं को जागरूक किया। आर पी. कुशवाहा द्वारा छात्र-छात्राओं का मार्ग दर्शन, नशा के प्रकार आदि विषय में जानकारी प्रदान की गई। लक्ष्मी अहिरवार ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने के लिए छात्र छात्राओं को जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए वृक्षारोपण के महत्व को बताया व अतिथिगणों को पौधे भेंट किये। प्राचार्य डाॅ. राजबहादुर द्वारा सभी अतिथियों का अभार व्यक्त करते हुए कहा गया कि विद्यार्थी नशा से दूर रहते हुए भविष्य में समाज के श्रेष्ठ नागरिक बनने का प्रयत्न करे। उन्होंने, जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए नशा कि बुराईयों से बचने के उपाय बताए। अंत में वृक्षारोपण कर कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में समस्त स्टाॅफ एवं छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कक्षा 12वीं की छात्रा परनीत कौर एवं कक्षा 10वीं के छात्र ललन कुमार मार्काे द्वारा किया गया।