विनय सक्सेना का जनाधार या भाजपा का गढ़ उत्तर मध्य –
जबलपुर (नवनीत दुबे)। संस्कारधानी की चार विधानसभा सीटों में इस बार सबसे ज्यादा घमासान की सीट उत्तर मध्य है जहाँ नाराज दावेदारों द्वारा समीकरण बिगड़ने की आशंका के दृष्टिगत आलाकमान ओर प्रदेश के दिग्गजों को डेमेज कंट्रोल के लिए जबलपुर आना पड़ा, हालांकि उत्तर मध्य के सभी रूठों को मना लिया गया है, जिससे चुनावी बयार में रोचकता का माहौल बन गया है, हालांकि इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि अभिलाष की राह में भीतर ही भीतर कुछ एक विभीषण की भूमिका का निर्वहन कर सकते है? तो वहीं मुद्दे की बात ये है कि पिछले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय चुनाव लड़कर 30,000 वोट पाने वाले धीरज पटेरिया ओर हिंदूवादी नेता सीताराम सेन के 4500 वोट जिसके फलस्वरूप भाजपा के शरद जैन पराजित हुए थे और भाजपा के गढ़ में कॉंग्रेस के विनय सक्सेना ने जीत का परचम लहराया था, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में भाजपा प्रत्याशी अभिलाष पांडेय के समर्थन में भाजपा कद्दावर नेता धीरज ओर हिंदूवादी नेता सीताराम खड़े हो गए है, अब रोचक पहलू ये है कि कुल 35,000 वोट का इजाफा अभिलाष को इनसे हो रहा है, ओर भाजपाई वोटबैंक तो साथ है ही, अगर कोई विभीषण भीतर घात करता भी है तो अभिलाष को धीरज ओर सीताराम के वोटबैंक का पूरा लाभ मिलता दिख रहा है, अब ऐसे में कॉंग्रेस के प्रत्याशी विनय सक्सेना जो विधयक रहे है उत्तर से ऐसे में उनका जनाधार ओर जीत का दावा कितना हकीकत होता है ये देखने योग्य होगा।