साईडलुक डेस्क। रणदीप सुरजेवाला एक अप्रैल को हरियाणा के कुरुक्षेत्र के कैथल स्थित एक गांव में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लोगों से पूछा कि हम विधायक क्यों बनाते हैं? ताकि वे हमारी आवाज उठा सकें। भाजपा सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग करने वाले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार 4 अप्रैल को सफाई दी है।
उन्होंने कहा, मेरा हेमा मालिनी को कभी भी अपमान या चोट पहुंचाने का इरादा नहीं था। हेमा मालिनी पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सुरेजवाला भाजपा के निशाने पर हैं। पहले आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय, फिर शहजाद पूनावाला, सुधांशु त्रिवेदी, कंगना रनौत समेत कई नेताओं ने सुरेजवाला और कांग्रेस को महिला विरोधी बताया। खुद हेमा मालिनी ने भी हमला बोला।
भाजपा नेता ने एडिटेड वीडियो पोस्ट किया
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा नेता ने जिस वीडियो को पोस्ट किया, वह एडिटेड है। यह मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों और भारत के संविधान को नष्ट करने की साजिश से देश का ध्यान भटकाने के लिए किया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरा वीडियो सुनें
उन्होंने कहा कि भाजपा के आईटी सेल ने फर्जी खबरों को संपादित करने, विकृत करने और फैलाने की आदत विकसित कर ली है, ताकि वह देश के मुद्दों से लोगों का ध्यान भटका सके। कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरा वीडियो सुनें। मैंने कहा कि हम हेमा मालिनी का भी बहुत सम्मान करते हैं, क्योंकि उन्होंने धर्मेंद्र जी से शादी की है और हमारी बहू हैं।
मेरा इरादा अपमान करने का नहीं
सुरजेवाला ने कहा कि न तो मेरा इरादा हेमा मालिनी जी का अपमान करने का था और न ही किसी को ठेस पहुंचाने का। इसलिए मैंने साफ कहा कि हम हेमा मालिनी जी का सम्मान करते हैं और वह हमारी बहू हैं। बीजेपी खुद महिला विरोधी है, इसीलिए वह देखती है और कांग्रेस नेता ने कहा कि हर चीज को महिला विरोधी नजरिए से समझती है और अपनी सुविधा के अनुसार झूठ फैलाती है।
जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए
सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी के महिला विरोधी प्यादों को इस वीडियो को काटने का आदेश दिया गया था, लेकिन इन्हीं प्यादों ने कभी प्रधानमंत्री से यह नहीं पूछा कि उन्होंने एक महिला सांसद को संसद में शूर्पणखा क्यों कहा? एक महिला सीएम को इतने अभद्र तरीके से क्यों ट्रोल किया गया? क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को जर्सी गाय कहना सही है? मेरे कहने का मतलब इतना है कि सार्वजनिक जीवन में हर किसी को जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिए, चाहे वह नायब सैनी जी हों, खट्टर जी हों, या मैं। हर कोई अपने काम के आधार पर उठता या गिरता है।
सुरजेवाला के इस ब्यान पर बना विवाद
रणदीप सुरजेवाला एक अप्रैल को हरियाणा के कुरुक्षेत्र के कैथल स्थित एक गांव में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लोगों से पूछा कि हम विधायक क्यों बनाते हैं? ताकि वे हमारी आवाज उठा सकें। क्या कोई हेमा मालिनी तो है नहीं जो चाटने को बनी है?
भाजपा आईटी सेल ने किया था वीडियो पोस्ट
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने बुधवार को कांग्रेस नेता सुरेजवाला का वीडियो पोस्ट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा कि कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने एक घृणित लैंगिक टिप्पणी की है, जो न केवल हेमा मालिनी बल्कि आम तौर पर महिलाओं के लिए अपमानजनक है।