नवनीत दुबे- बीते कुछ समय से देखा जा रहा है की लव जिहाद के निकृष्ट मामलों में दिनों दिन वृद्धि हो रही है हिंदू युवतिया मुस्लिम युवाओं के प्रेम जाल में फस कर क्रूरता का शिकार हो रही है साथ ही मत अंतरण की भेंट चढ़ रही है, ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि सनातनी संस्कृति संस्कार के अभाव की ही परिणीति है कि कट्टरपंथी लव जिहाद के मिशन को सफल बना पा रहे हैं? बड़े-बड़े राजनीतिक मंचों से व कथा वाचकों के धार्मिक मंचों से हिंदू राष्ट्र और हिंदुत्व को जगाने की बातें चीख चीख कर हो रही है, लेकिन वास्तविकता की धरा पर सब बातें खोखली नजर आ रही है संभवत जिसका प्रमुख कारण अधिकांश हिंदू युवतियों में सनातन के प्रति आस्था का अभाव वाह पूजन पाठ को आडंबर समझना? सर्वविदित है कि कट्टरपंथी लव जिहाद के पोषक यह भली-भांति जान चुके हैं कि आधुनिकता की चकाचौंध में खुद को मॉडर्न समझने वाली कुछ हिंदू युवती या इनका शिकार आसानी से बन सकती हैं इसी का लाभ उठाकर यह विधर्मी अपने मंसूबों को सहजता से अंजाम दे रहे हैं हाल ही में लव जिहाद के जो मामले सामने आ रहे हैं वह हिंदू समाज के लिए चिंतनिय और सोचनीय हैं? युवतियों के पारिवारिक आजादी के फल स्वरुप व संस्कारों के अभाव में बड़ी सहजता से मुस्लिम युवक ऐसी युवतियों के प्रीतम बन जाते हैं और इसके बाद शारीरिक शोषण के साथ ही क्रूरता की हद पार करते हुए मता अंतरण करवा दिया जाता है? ऐसे में एक पहलू का उल्लेख अति आवश्यक है जहां एक और आसानी से लव जिहाद मिशन में लगे कट्टरपंथी मुस्लिम युवक हिंदू युवतियों को झांसा देकर आसानी से फंसा लेते हैं वही मुस्लिम समाज की युक्तियां अपनी धार्मिक आस्था व धार्मिक कट्टरता को प्राथमिकता देते हुए गैर मुस्लिम से दूरी ही बना कर रखती हैं क्योंकि उनके परिवारों से यह संस्कार और संस्कृति बच्चों के दिल दिमाग में भर दी जाती है शब्द कटु है पर सत्य है, लव जिहाद के बढ़ रहे मामले शासन-प्रशासन वह हिंदुत्व की हुंकार भरने वाले माननीय के साथ ही सनातनी यों के लिए चिंता का विषय है एकाएक भर्ती मुस्लिम आबादी और विशेषता युवाओं की तादाद के पीछे कौन सरपरस्त है जो हर तरह की मदद कर हिंदुस्तान में अपने नापाक मंसूबों को कामयाब करने में सबसे अहम भूमिका निभा रहा है?