सामायिक इंजीनियरिंग चुनौतियों से निपटने और भविष्य के भारत के लिए विशेषज्ञों ने किया मंथन
जबलपुर। इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) लोकल सेंटर जबलपुर के तत्वाधान में आयोजित तीन दिवसीय 38 वीं इंडियन इंजीनियरिंग कांग्रेस – 2023 के दूसरे दिन आज देश-विदेश के प्रसिद्ध विशेषज्ञों ने अनेक सामायिक, भविष्य के मुद्दों पर अपने विचार रखें। कम्प्यूटर विज्ञान में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस की बढ़ती चुनौतियों पर विशेषज्ञों ने गंभीर मंथन किया और इसके दूरूपयोग के कारण उत्पन्न खतरों से निपटने के उपायों पर विचार-विमर्श हुआ। विशेषज्ञ ने ए.आई. के कारण नौकरी में विस्थापन, पूर्वाग्रह और गोपनियतम के बारे में नैतिक चिंतायें, हैकिंग से सुरक्षा जोखिम, आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की।
59 टेक्निकल पेपर हुये प्रस्तुत
आयोजन समिति के मीडिया प्रभारी श्री तरूण आनंद एवं श्री राजीव जैन ने बताया कि “रीइमेजिनिंग टुमारो: शेपिंग द फ्यूचर थ्रू डिसरपटि्व एंड इंटरडिसिपि्लनरी टेक्नॉलाजीज” थीम पर आयोजित इंजीनियरिंग कांग्रेस के दूसरे दिन आज इंजीनियरिंग की विभिन्न ब्रांचो के कुल 59 टेक्निकल पेपर प्रस्तुत किये गये, जिसमें भविष्य में हेल्थ केयर प्रोडक्ट, भारी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिये कम खर्चे से चेसिस का निर्माण, ईवी बैटरी को रिन्यूवल एनर्जी से चार्ज करने, स्मार्ट एनर्जी ग्रिड, सोलर पावर जनरेशन में ए.आई. का उपयोग, पावर ट्रांसमिशन सिस्टम में रीयल टाईम डाटा की अहमियत आदि विषय शामिल थे। कांग्रेस में मदन मोहन मालवीय गोरखपुर की डॉ. कृतिका सिंह सोमवंशी ने पालाथिन के विकल्प के रूप में राइस, सुगरकेन वगास से फाइबर की थैलियां आदि बनाने की महत्वपूर्ण तकनीक के विषय में बताया जो भविष्य में पॉलीथिन का विकल्प बनने जा रही है।
प्रसिद्ध वैज्ञानिक श्री सुधीर मिश्रा को महापौर ने भेंट किया स्मृति चिन्ह
38 वी इंडियन इंजीनियरिंग कांग्रेस – 2023 में हिस्सा लेने आये प्रसिद्ध वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स से जबलपुर के महापौर श्री जगत बहादुर सिहं अन्नू एवं उघोगपति श्री कैलाश गुप्ता ने मुलाकात की। महापौर श्री अन्नू ने विश्व प्रसिद्ध सुरक्षा वैज्ञानिक एवं इंजीनियर श्री सुधीर कुमार मिश्रा का सम्मान करते हुये उन्हे समृति चिन्ह भेंट किया। महापौर श्री अन्नू ने सभी विशेषज्ञों से जबलपुर के विकास के लिये राय मांगी और अश्वासन दिया की इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के सुझावों को जबलुपर हित में लागू करने में कोई हिचक नही होगी। श्री कैलाश गुप्ता ने सभी आंगतुक मेहमानों का स्वागत करते हुये उन्हे अपनी तरफ से भेड़ाघाट और डुमना नेचर पार्क के भ्रमण की वाहन सहित सम्पूर्ण व्यवस्था की।