डिंडौरी,रामसहाय मर्दन| कहते हैं कि अगर इंसान ठान लें तो वह सब कुछ संभव किया जा सकता है जिसे करना तो दूर सोचना भी मुश्किल होता है। यहाँ बात हो रही है नगर पालिका परिषद सिहोरा में पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी लक्ष्मण सिंह सारस की। इस पद पर काम करना भारी मानसिक दबाव के चलते काफ़ी कठिन होता है। यह सर्वविदित है कि नेता और राजनेता के साथ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों की उम्मीदें नगरीय निकाय से कुछ ज्यादा ही रहतीं हैं। इस सब के बावजूद चाहे राजनैतिक हो या सामाजिक अथवा प्रशासनिक दायित्व उनका निर्वहन करना कोई लक्ष्मन सिंह सारस से सीखे । जहां—जहां यह पदस्थ रहते हैं। वहाँ इनकी माँग बनी रहती है कि यह दोबारा यहाँ पदस्थ हो जायें। अभी हाल ही में एक और ऐसी उपलब्धि से डिंडौरी जिले के लक्ष्मन सिंह सारस जी का नाम जुड़ गया है जो दूसरों के लिए प्रेरणादायी साबित हो रहा है । लक्ष्मण सिंह सारस ने मध्यांचल प्रोफेशनलयू निवर्सिटी भोपाल मध्य प्रदेश से सत्र 2019-2020 में पी.एच.डी रिसर्च एवं शोध कार्य की उपाधि प्राप्त की है। सारस जी एम.ए इतिहास से स्रातकोत्तर डिग्री प्राप्त कर चुके हैं । साथ ही इन्होंने रानी दुर्गावती का जीवन परिचय शैली पर रीसर्च पेपर एवं वर्तमान संदर्भ में महिलाओं की प्रगतिशीलता पर अध्ययन शोध किया है तथा वर्तमान में मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगरी प्रशासन एवं विकास विभाग में सेवाएं दे रहे हैं। यह पी.एच.डी सारस जी ने शोधकर्ता मार्गदर्शक डॉ. अमरिता सिंह के मार्गदर्शन में संपूर्ण की है।