डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| जिला कांग्रेस कमेटी सहायता केंद्र में अमर बलिदानी शहीद भगत सिंह, सुखदेव,राजगुरु के शहीद दिवस एवं अमर शहीद हेमू कलानी की जयंती पर श्रद्धांजलि एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। अमर शहीद भगत सिंह राजगुरु ,सुखदेव, एवं हेमू कलानी के तैल चित्र पर जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला, वरिष्ठ कांग्रेसी नित्यानंद कटारे, जिला उपाध्यक्ष आलोक शर्मा, जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष शिवराज सिंह ठाकुर, पार्षद ज्योतिरादित्य भलावी, ने सूत की माला अर्पित कर श्री चरणों में नमन किया। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने कहां की मध्य प्रदेश की भाजपा शिवराज सरकार युवा नीति नहीं बना रही, युवाओं की दुर्गति नीति बना रही है।शिवराज सरकार में 10298 छात्र और 6999 बेरोजगारों ने आत्महत्या की है। मप्र में 70 लाख युवा उच्च शिक्षा से वंचित हैं। बेरोजगारों को शिवराज सरकार लूट रही है , व्यापमं ने परीक्षा फीस से 1000 करोड़ रूपये वसूले हैं,। वीरेन्द्र बिहारी शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश के गौरवमयी प्रजातंत्रीय इतिहास पर खरीद – फरोख्त की बदनुमा दाग साबित होती भारतीय जनता पार्टी की वर्तमान सरकार 23 मार्च 2023 को प्रदेश की युवा नीति घोषित करने जा रही है । इस अवसर पर बीते 18 साल की भाजपा सरकार की युवाओं को लेकर नीति और नीयत का मूल्यांकन किया जाना बेहद जरूरी है । व्यापमं युवाओं के भविष्य बेचने की नीति कहते हैं कि ‘ पूत के पांव ‘ पालने में दिख जाते हैं , मप्र भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही प्रदेश के करोड़ों युवा के भविष्य की बोली लगाकर विश्व के सबसे व्यापक और वीभत्स व्यवसायिक परीक्षा मंडल के घोटाले को आकार दिया । इस घोटाले का पहला बड़ा अपराध पीएमटी फर्जीवाड़े से संबंधित था। 12/6/2004 , अपराध क्रमांक 342/04 इसके बाद 13 से अधिक सरकारी नौकरी भर्ती और प्रवेश परीक्षाओं में 75 लाख से अधिक प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया । पुलिस कांस्टेबल , खाद्य निरीक्षण चयन टेस्ट , सूबेदार उपनिरीक्षक व प्लाटून कमांडर , मिल्क फेडरेशन जैसी अनेक भर्ती परीक्षा में घोटाला किया गया । इतना ही नहीं डेंटल और प्राईवेट मेडीकल कॉलेज का भर्ती घोटाला तो व्यापमं से भी बड़ा है । इस घोटाले के संदर्भ में तो स्वयं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने वर्ष 2006 में विधानसभा में जांच कराने की बात स्वीकारी थी । मगर हजारों युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने वाले इस घोटाले पर अब तक पर्दा ही डाल कर रखा गया । यह घोटाला इतना बड़ा है कि स्वयं सीबीआई ने इस घोटाले की व्यापकता को देखते हुए सर्वोच्च अदालत में इसकी जांच में अपनी असमर्थता व्यक्त की थी। बेहद शर्मनाक तथ्य यह है कि व्यवसायिक परीक्षा मंडल ने न सिर्फ युवाओं के भविष्य को लूटा , अपितु बीते 10 साल में उसने इन बेरोजगार युवाओं से 1046 करोड़ रूपये फीस के रूप में वसूल कर 455 करोड़ रूपये का शुद्ध मनाफा भी कमाया । राज्य सरकार ने विधानसभा में जानकारी देते हुए बताया कि बीते 7 वर्षों में उसने 106 विभिन्न प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में 424 करोड़ 36 लाख रुपए, 1करोड़, 24 लाख, आवेदकों से वसूली है। अब हाल ही में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के पेपर लीक की सुर्खियां भाजपाई सत्ता को शर्मसार कर रही हैं। भीषण तम भ्रष्टाचार में डूबी मध्य प्रदेश भाजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी की अंधकार में धकेल दिया है हाल ही में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने विधानसभा में इस बात को स्वीकार किया कि प्रदेश की रोजगार कार्यालय में रजिस्टर्ड 37 लाख 80 हजार 679 शिक्षित एवं 1 लाख 12 हजार,470 अशिक्षित बेरोजगार आवेदक रोजगार की बाट जो रहे हैं, और 1 अप्रैल 20:20 से अब तक अर्थात बीते 3 वर्षों में मात्र 21 लोगों को शासकीय और अशासकीय कार्यालय में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। सीएम आई ई सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी की सितंबर से दिसंबर 20-22 की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मध्यप्रदेश में दो करोड़ पचास लाख 97 हजार लेबर फोर्स है, अर्थात काम करने वाले लोग हैं। और लेवर पार्टिसिपेशन रेट 38.18 बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि 15 से 19 वर्ष के 36.95 प्रतिशत युवाओं को प्रदेश में काम नहीं मिल रहा है। 20 से 24 साल के 34.76% युवाओं को काम नहीं मिल रहा है ।25 से 29 साल के 15% युवाओं को काम नहीं मिल रहा है। महिलाओं के लिए तो यह स्थिति चिंताजनक है 15 से 19 वर्ष की 100% युवतियों को 100 प्रतिशत काम नहीं मिल रहा है। 20 से 24 वर्ष की युवतियां 82.41 प्रतिशत और 25 से 29 वर्ष की महिलाओं को 82.76 प्रतिशत महिलाओं को काम नहीं मिल रहा है। भाजपा सरकार की कार्यकाल में बेहद शिक्षित और योग युवाओं के पास अपने भविष्य को संवारने के लिए कोई अवसर नहीं बचे हैं बेरोजगारी बहुत तेजी से पैर पसार रही है जिस कारण युवा में निराशा इस हफ्ते तक व्याप्त हो गई है कि उसने अपने उज्जवल भविष्य का अवसर न देखकर आत्महत्या को गले लगा लिया है यह बेहद और निराशाजनक बात है कि भाजपा के बीते 17 सालों के कार्यकाल में 17326 छात्रों और बेरोजगारों ने आत्महत्या को गले लगा लिया। मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षा की हाल बदहाल हैं मध्य प्रदेश में प्रति लाख आबादी पर मात्र 29 कॉलेज हैं जबकि तमिलनाडु में 40 तेलंगाना में 53 अकेला में 50 कर्नाटका में 62 और आंध्र प्रदेश में 49 कॉलेज प्रति लाख आबादी पर है। मध्यप्रदेश के यशस्वी नेता श्री कमलनाथ जी ने अपने 15 माह के कार्यकाल में यह तय किया था कि मध्य प्रदेश के सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों में ई क्लासेस प्रारंभ की जाएंगी। प्राथमिक रूप से 200 कालेजों में इसकी शुरुआत निर्धारित की गई थी, जिसमें ई कंटेंट तैयार कराए जा रहे थे। लैंग्वेज लैब स्थापित करने का निर्णय किया गया था, जिसके लिए 200 कालेज चिन्हित किए गए थे। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रमों को स्किल डेवलपमेंट के साथ निर्धारित किया गया था ।स्थानीय उद्योगों के साथ सामंजस्य बिठाकर स्किल्ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही थी। श्रद्धांजलि सभा में मुकेश तिवारी, पुष्पा महोबे,गुल बसिया पूषाम,अजय चंदेल,धन सिंह परस्ते,ए ए कुरैशी, विजय दाहिया, सहित कांग्रेस जन उपस्थित थे।