◆ पशुपालकों के लिए दुग्ध उत्पादन परंपरागत और लाभप्रद व्यवसाय है: कलेक्टर रत्नाकर झा
डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| कलेक्टर रत्नाकर झा ने कहा कि रोजगार स्थापित करने के लिए दुग्ध उत्पादन प्राचीन काल से पशुपालकों के लिए परंपरागत और लाभप्रद व्यवसाय रहा है। पशुपालक अपने घरों में गौशाला बनाकर सफलतापूर्वक दुग्ध का व्यवसाय प्रारंभ कर सकता है। उन्होंने बताया कि पशुपालकों के लिए दुग्ध व्यवसाय लाभ कमाने का अच्छा माध्यम है। इसके लिए दुग्ध की मार्केंटिंग अच्छी होनी चाहिए, दूध का उठाव नियमित रूप से रोजाना समय पर होना चाहिए। दुग्ध व्यवसाय पूरे साल चलने वाला स्थिर व्यवसाय है। कलेक्टर झा शुक्रवार को ग्राम बरछा माल ग्राम पंचायत पलकी जनपद पंचायत डिंडौरी में आयोजित गौशाला उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अंजू व्यौहार, जनपद पंचायत डिंडौरी अध्यक्ष श्रीमती आशा सिंह धुर्वे, जनपद पंचायत डिंडौरी उपाध्यक्ष श्रीमती रामकिशोरी, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डाॅ. संतोष शुक्ला, परियोजना समन्वयक एनआरएलएम श्रीमती मीना परते, तहसीलदार डिंडौरी गोविंदराम सलामे, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. अभिनव शुक्ला सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर झा ने आयोजित कार्यक्रम में गौ पूजन और कन्यापूजन कर गौशाला का लोकार्पण किया। उनका लोकगीत और लोकनृत्य के माध्यम से भव्य स्वागत किया गया। आयोजित कार्यक्रम में कृष्ण जन्माष्टमी पर जय-जयकार किया गया। कलेक्टर झा ने उपस्थित सभी ग्रामीणों को कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी। कलेक्टर झा ने कार्यक्रम में समूह की महिलाओं को गायों के लिए सामग्री का भी वितरण किया। कलेक्टर झा ने बताया कि जिले में दुग्ध उत्पादन को बढावा देने के लिए 70 डेयरी फार्म प्रारंभ होगी। जिसकी शुरूआत ग्राम बरछा माल से हो चुकी है। जिले में डेयरी फार्म प्रारंभ होने से लोगों को देशी नस्ल की गायों का शुद्ध दूध प्राप्त होगा। उन्होंने हितग्राहियों को सलाह दी कि गौशालाओं में अच्छी नस्लों की गायें रखें। अच्छी नस्ल की गाय भरपूर दूध देती है। कलेक्टर झा ने बताया कि गौशाला के लिए हमेशा खुली जगह होनी चाहिए। जिससे पशुओं का रखरखाव सुरक्षित ढंग से किया जा सके। गायों को रोजाना समय पर भरपूर चारा-भूसा देना चाहिए। इससे दूध का उत्पादन बढेगा। कलेक्टर झा ने दुग्ध की खपत के लिए डिंडौरी नगर में दुग्ध व्यवसायियों से संपर्क करने को कहा। जिससे दूध की नियमित रूप से सप्लाई की जा सके। उन्होंने हमेशा दूध की शुद्धता को बरकरार रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर झा ने पुरूष, महिला एवं बच्चों को नियमित रूप से दूध पीने की सलाह दी। दूध पीने से शरीर स्वस्थ रहता है, हमारे शरीर के सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। सभी को नियमित रूप से दूध पीना चाहिए।कलेक्टर झा ने गायों की नियमित रूप से देखभाल और गौशाला की नियमित रूप से साफ-सफाई करने को कहा। उन्होंने गोबर से जैविक खाद बनाने की सलाह दी। जैविक खाद खेतों में मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढाने और फसलों की पैदावार बढाने के लिए उपयोगी है। कलेक्टर झा ने पशुओं का बीमा कराने तथा नियमित रूप से उपचार करने को कहा। उन्होंने बताया कि जिले में फल और सब्जियों के उत्पादन को भी बढावा दिया जा रहा है। जिले के किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ व्यवसायिक खेती भी करने लगे हैं। आने वाले दिनों में फल और सब्जियों की आपूर्ति जिले से ही पूरी हो जाएगी।