कार्यों में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों के विरूध्द कार्यवाही नही होने से हौसले बुलंद…..
उच्चाधिकारियों के उदासीनता के चलते निर्माण ऐजेंसी की मनमानी चरम पर…..
जनपद पंचायत डिंडौरी अंतर्गत ग्राम पंचायत जुनवानी का मामला……
डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| सरकार के द्वारा जल सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वृहद स्तर में चैकडेम एवं स्टाॅप डेम स्वीकृत किया जा रहा है। जिम्मेदारों के द्वारा कराए गए चैकडेम एवं स्टाॅप डेम निर्माण कार्य वर्षों पुराने होने के कारण जर्जर एवं क्षतिग्रस्त हो रहीं है। आरईएस विभाग द्वारा जर्जर एवं क्षतिग्रस्त स्टाॅप डेमों की पुनर्जीवन के लिए प्राक्कलन के आधार पर पुन: लाखो रू आवंटित की गई है,जिससे निर्मित चैकडेमों में हुई क्षतिग्रस्त स्थानों में गुणवत्ता पूर्वक सुधार कार्य कर पानी को रोका जा सके,जिससे आमजनों के लिए दैनिक निस्तार एवं खेतों में सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी मिल सके। किंतु यहां पर जिम्मेदारों के द्वारा सरकार के मंशा के विपरीत कार्य करा स्टापडैम मरम्मत कार्य के नाम पर लाखो रू का बंदरबाट किया जा रहा है और उच्चाधिकारियों के द्वारा निर्माण स्थलों की जाॅच कर कार्रवाई करने के बजाय मौन है।
कार्रवाई न होने से भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद…
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डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| सरकार के द्वारा जल सरंक्षण एवं संवर्धन के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वृहद स्तर में चैकडेम एवं स्टाॅप डेम स्वीकृत किया जा रहा है। जिम्मेदारों के द्वारा कराए गए चैकडेम एवं स्टाॅप डेम निर्माण कार्य वर्षों पुराने होने के कारण जर्जर एवं क्षतिग्रस्त हो रहीं है। आरईएस विभाग द्वारा जर्जर एवं क्षतिग्रस्त स्टाॅप डेमों की पुनर्जीवन के लिए प्राक्कलन के आधार पर पुन: लाखो रू आवंटित की गई है,जिससे निर्मित चैकडेमों में हुई क्षतिग्रस्त स्थानों में गुणवत्ता पूर्वक सुधार कार्य कर पानी को रोका जा सके,जिससे आमजनों के लिए दैनिक निस्तार एवं खेतों में सिंचाई हेतु पर्याप्त पानी मिल सके। किंतु यहां पर जिम्मेदारों के द्वारा सरकार के मंशा के विपरीत कार्य करा स्टापडैम मरम्मत कार्य के नाम पर लाखो रू का बंदरबाट किया जा रहा है और उच्चाधिकारियों के द्वारा निर्माण स्थलों की जाॅच कर कार्रवाई करने के बजाय मौन है।निर्माण कार्यों में लगातार जिम्मेदारों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है जिसकी समाचार भी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाशित लगातार किए जा रहे है। लेकिन उच्च अधिकारियों के द्वारा गुणवत्त हीन निर्माण कार्यों की जांच नहीं कराई जा रही है। जिससे भ्रष्टाचारियों के हौसले और भी बुलंद होते जा रहे हैं। इसी का भरपूर फायदा उठाकर निर्माण ऐजेंसी के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य कराया जा रहा है। मामला जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत जुनवानी का है,जहाॅ पर स्कूल भवन के पीछे सड़क किनारे चैकडेम निर्मित है,जिसकी मरम्मत कार्य के लिए मनरेगा योजना से 366000 रू स्वीकृत है। जिम्मदारों के द्वारा उक्त चैकडेम की मरम्मत कार्य वित्तीय वर्ष 2022 – 23 में कराया गया है,लेकिन चैकडेम की साईडवाल की निचले हिस्सा में छेद हो गई है,जहाॅ से निरंतर पानी का रिसाव जारी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चैकडेम की मरम्मत कार्य में लाखों रू खर्च करने के बाद भी पानी का रिसाव जारी है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदारों ने चैकडेम की मरम्मत कार्य के नाम से खानापूर्ति कर स्वयं को लाभ पहुॅचाया गया है।
निर्माण कार्यों में लगातार जिम्मेदारों के द्वारा लापरवाही बरती जा रही है जिसकी समाचार भी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रकाशित लगातार किए जा रहे है। लेकिन उच्च अधिकारियों के द्वारा गुणवत्त हीन निर्माण कार्यों की जांच नहीं कराई जा रही है। जिससे भ्रष्टाचारियों के हौसले और भी बुलंद होते जा रहे हैं। इसी का भरपूर फायदा उठाकर निर्माण ऐजेंसी के द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य कराया जा रहा है। मामला जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत जुनवानी का है,जहाॅ पर स्कूल भवन के पीछे सड़क किनारे चैकडेम निर्मित है,जिसकी मरम्मत कार्य के लिए मनरेगा योजना से 366000 रू स्वीकृत है। जिम्मदारों के द्वारा उक्त चैकडेम की मरम्मत कार्य वित्तीय वर्ष 2022 – 23 में कराया गया है,लेकिन चैकडेम की साईडवाल की निचले हिस्सा में छेद हो गई है,जहाॅ से निरंतर पानी का रिसाव जारी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चैकडेम की मरम्मत कार्य में लाखों रू खर्च करने के बाद भी पानी का रिसाव जारी है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदारों ने चैकडेम की मरम्मत कार्य के नाम से खानापूर्ति कर स्वयं को लाभ पहुॅचाया गया है।


