डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)। पिछले एक पखवाड़े से जिले के दो छोरों पर जमकर उत्पात मचाने के बाद आखिरकार बागी गजराजों ने अपनी रवानगी दर्ज करवा दी है। वन परिक्षेत्र डिंडोरी अंतर्गत जंगलों में कदमताल कर रहे तीन जंगली हाथियों में से दो हाथी मंगलवार की रात भवरखंडी वन इलाके में जोलहा नदी को पार कर अनूपपुर पहुंच गये हैं।जबकि एक अकेले गजराज की मौजूदगी डिंडोरी रेंज के कक्ष क्रमांक 234 बरगांव में बनी हुई है।वहीं बजाग,पश्चिम और पूर्व करंजिया FOREST RENG में MOVMENT कर रहे 6 हाथियों के झुंड ने भी बुधवार की सुबह रिजर्व फारेस्ट चौराददार COMPARTMENT क्रमांक 881- 882 के रास्ते छत्तीसगढ़ के क्विंची से लगे अचनाकमार फारेस्ट कॉरिडोर की डगर पकड़ ली है।गौरतलब है कि दौनो झुंडों मेंBaby Elephant शामिल हैं। वापसी के पूर्व इस Elephant family ने जिले में खतरनाक इतिहास लिख दिया है।डिंडोरी के कम्पार्टमेंट क्रमांक 226 बासी देवरी में एक महिला कमलावती पति प्रताप 45 साल की मौत, 399 धुर्रा में बैगा दंपति पर जान लेवा हमला और दर्जन भर घरों को नुकसान इसकी बानगी है।दूसरी तरफ बजाग और करंजिया इलाके में भी आधा दर्जन ग़ुस्सैल जंगली हाथियों ने झनकी मनकी गांव में सोमवार की देर रात हाथियों के दल ने मनकी निवासी शिवकुमार यादव ,कुंवरयादव, दशरथ यादव के खेत के नजदीक बनें फार्म हाउस में हमला बोलतें हुए पेड़ पौधों को रौंद दिया था। इसी तरह दयाल उइके के घर में घर में हमला कर कैलाश उइके को सूंढ से उठाकर पटक दिया था, जिससे कैलाश को कमर में चोट पहुंची हैं,वही उपरटोला में विशाल के मकान को भी आक्रामक हाथियों ने निशाना बनाया था।इतना ही नही सबसे बड़े वन्य जीव के समूह ने जाते जाते अपनी दहशत बरकार रखते हुये चौराददार वन ग्राम में महेंद्र सिंह पिता पतिराम के खपरैल घर की दीवारों को तहस नहस कर दिया है।आखिकार पूर्व करंजिया रेंजर पुष्पा सिंह,डिप्टी रेंजर दिलीप पाठक,वन रक्षक धुर्व सिंह,आलोक यादव,संजय मार्को,चरण पेन्द्रों की टीम ने जंगली हाथियों के इस झुंड को वापस छत्तीसगढ़ रवाना करने में सफलता पा ली है।इसके साथ ही वन विभाग मुआवजे प्रकरण कार्रवाई को पूरा करने में जुटा हुआ है।