◆ अधिवक्ता सम्यक जैन ने पत्र लिखकर की थी कार्यवाही की माँग:-
डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)। आस्था की केंद्र मां नर्मदा में शहर के लगभग 7-8 नालियों से निकासी की गंदगी नर्मदा नदी में मिल रही है। नर्मदा के संरक्षण के नाम पर नेताओं ने खूब वादे और दावे किए हैं किंतु हालात आज भी जस की तस बनी हुई हैं। नगर के युवा अधिवक्ता सम्यक् जैन के द्वारा माँ नर्मदा में मिल रहे नालों को रोकने एवं सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के इन्स्टलेशन को लेकर मुहिम छेड़ी गई है,जिसका असर भी देखने को मिल रहा है। उनके द्वारा केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को पत्र लिखकर नियंत्रण बोर्ड नई दिल्ली का ध्यान आकर्षण कराया गया था और नर्मदा नदी में लगातार हो रहे प्रदूषण को रोकने के लिए समुचित कदम उठाने की मांग की गई थी। नर्मदा नदी में अनुपचारित गंदी निकासी को रोकने की माँग की गई थी ,जिस तारतम्य में मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव को आवश्यक कार्रवाई करने के और मामले की जांच करने के निर्देश दिए है,साथ ही राज्य में संबंधित प्राधिकरण को निर्देश देने और सम्यक् जैन को की गई कार्रवाई की रिपोर्ट केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली को पृष्ठांकित प्रति के साथ उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया है।