◆ विकासखंड डिंडौरी अंतर्गत ग्राम माड़ियारास का मामला:-
◆ छात्रावास अधीक्षक और ठेकेदार की मिलीभगत से लाखों रुपए का किया जा रहा बंदरबांट:-
डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)। विकासखंड डिंडौरी अंतर्गत ग्राम माड़ियारास के प्री- मैट्रिक आदिवासी छात्रावास के मरम्मत कार्य में अनियमितताएं बरतने और गुणवत्ता ही सामग्री को उपयोग करने का ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कलेक्टर से शिकायत की है। दिए गये शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया है कि ग्राम माड़ियारास प्री-मैट्रिक आदिवासी छात्रावास के मरम्मत कार्य के लिए लगभग 18 लाख रुपए का आवंटन हुआ है। जिसमे आदिवासी छात्रावास का मरम्मत कार्य रमेश इंजीनियरिंग पाली के कंट्रेक्टर मिश्रा के द्वारा कराया जा रहा है जो कि नियमों को ताक में रखकर ही गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग कर रहा है जिसका स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा विरोध करने पर ठेकेदार के द्वारा बोला जा रहा है कि मेरी बात शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से हो गई है। साथ ही ठेकेदार के द्वारा यह भी बोला जा रहा है कि उच्च अधिकारियों के द्वारा बोला गया है कि मुझे डरने की आवश्यकता नहीं है ग्रामीणों का शिकायत मेरे पास ही आएगा मैं उनके शिकायत को देख लूंगा। आप अपना काम अपने हिसाब से करें।
◆ छात्रावास अधीक्षक के मिलीभगत से किया जा रहा गुणवत्ताहीन कार्य:-
कलेक्टर महोदय से शिकायत करने आए करने आए ग्रामीणों ने आरोप लगाए हैं प्री-मैट्रिक आदिवासी छात्रावास अधीक्षक को मौखिक बताने तथा लिखित आवेदन के बाद मरम्मत कार्य की गति को और तेज कर दिया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि शिकायत के बाद काम में और तेजी लाना और छात्रावास अधीक्षक का एक्शन ना लेना मिलीभगत को दर्शाता है। दोनों की मिलीभगत से शासन के लाखों रुपए का बंदरबांट किया जा रहा है। जबकि नियम अनुसार छात्रावास के छत की फ्लोरिंग का काम सबसे पहले करवाना चाहिए था जिससे छत से पानी न टपके लेकिन नियम को ताक में रखकर ठेकेदार और छात्रावास अधीक्षक के द्वारा गुणवत्ताहीन कार्य कराया जा रहा है। शिकायत करने आए ग्रामीणों ने कलेक्टर महोदय से उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्रावास मरम्मत में लापरवाही बरतने वाले छात्रावास अधीक्षक और संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है साथ ही छात्रावास मरम्मत कार्य को गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराने की मांग की है।