◆ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरपुर का मामला:-
डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)। वैसे तो जिला चिकित्सालय सहित जिले की सभी ब्लाकों में सामुदायिक स्वास्थ्य व्यवस्था बेहाल है। जहां सरकार के द्वारा गरीब जनता के लिए स्वास्थ सुविधाओं के नाम में करोड़ों रुपए खर्च किया जाता है लेकिन जब जिम्मेदारों के द्वारा ही अपने दायित्वों के प्रति लापरवाही बरती जा रही है जिससे जनता के लिए बनाई गई महत्वपूर्ण योजना और सुविधाओं का गरीब जनता को लाभ नहीं मिल पाता है। जिसका जीता जागता उदाहरण डिंडौरी जिले की अमरपुर विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां गर्भवती महिलाओं और घायलों की जान बचाने वाली विधायक निधि द्वारा एम्बुलेंस खुद इलाज की दरकार में दम तोड़ रही है। हैरान कर देने वाली बात है कि लाखो रुपये की एम्बुलेंस को महज इसलिए कबाड़ होने के लिए छोड़ दिया जाता है, क्योंकि रखरखाव देखभाल और छोटी-छोटी कमियां आ गई है।
◆ खुले आसमान के नीचे कबाड़ हो रहा एम्बुलेंस:-
वर्षों से खुले आसमान के नीचे खड़ी एम्बुलेंस बेकार हो रही है। अमरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में साईं मंदिर के पास खुले आसमान के नीचे वर्षों से एंबुलेंस खड़ी हुई हैं। कोई रखरखाव व व्यवस्था न होने के कारण यह एम्बुलेंस खंडहर में तब्दील होती जा रही हैं। देखरेख व रखरखाव का जिम्मा अस्पताल प्रबंधन की है लेकिन पंखे के नीचे बैठें अधिकारी एम्बुलेंस के रखरखाव व सर्विसिंग कराने की जहमत नहीं उठा पा रहे हैं। और एम्बुलेंस की तरफ कोई भी स्वास्थ विभाग का अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है।
◆ इनका कहना है:- सर्विसिंग न होने की वजह से एम्बुलेंस खड़ी है, वाहन चालक छुट्टी में है वाहन चालक जैसे आता है सर्विसिंग के लिए एम्बुलेंस को भेजता हूं।
डॉ.मेजर प्रेम कुशराम।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अमरपुर।