डिंडौरी:- सरकारी नौकरी दिलाने एवज में लाखों रुपए लेने के ग्रामीणों ने लगाए आरोप……

डिंडौरी:- सरकारी नौकरी दिलाने एवज में लाखों रुपए लेने के ग्रामीणों ने लगाए आरोप……

◆ पीड़ित महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर राशि वापस दिलाने लगाई मदद की गुहार….

डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| जिले के मेंहदवानी विकासखंड के दर्जनों महिलाओं ने सरकारी नौकरी दिलाने के एवज में मेख राम साहू पिता पूरन लाल साहू जाति तेली उम्र 56 वर्ष निवासी ग्राम बरगांव पर लाखों रुपए धोखाधड़ी कर लेने के आरोप लगाए हैं।आवेदक रमेश सिंह बालरे पिता छोटेलाल उम्र 40 वर्ष निवासी ग्राम कुकरवारा, पुल्लोबाई पति इन्दसिंह धुर्वे उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम कठौतिया, ओमवती तेकाम पति रामपाल उम्र 30 वर्ष जाति गोड निवासी ग्राम सरस, भदिया बाई मरकाम पति डोमारी सिंह उम्र 25 वर्ष जाति गोड़ निवासी ग्राम सरसा, अनीता उइके पति महेश सिंह उइके जाति गोंड़ उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम झण्डाटोला,सुशीला धुर्वे पति ओमप्रकाश उम्र 30 वर्ष जाति गोंड़ निवासी ग्राम देवरगढ़ , सुनैना धुर्वे पति कुलदीप उम्र 28 वर्ष जाति गोंड़ निवासी ग्राम कठौतिया,सोनवती तेकाम पति भिखारी सिंह उम्र 30 वर्ष जाति गोंड़ निवासी ग्राम फतेहपुर,सावित्री धुर्वे पति पहल सिंह उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम सारसडोली सहित अन्य 14 लोगों ने मेखराम साहू पिता पूरन लाल साहू जाति तेली उम्र 56 वर्ष निवासी बरगांव पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों लेने का आरोप लगाते हुए डिंडौरी एसपी संजय सिंह से शिकायत कर दिए गए रुपए वापस दिलाने की मांग की है।दिए गए शिकायत पत्र में अंकित किया गया है कि सभी आवेदक गण उपरोक्त पते का स्थायी निवासी है और सभी गोड़ जाति के आदिवासी कमजोर वर्ग के बेरोजगार है । हम आवेदक गणो से अनावेदक ने वर्ष 2021 में सम्पर्क साधा और कहा कि मेरी पहुंच कई विभागों में है और अनेको विभागो में नई भर्तिया चालू है और मैने ही अघनीबाई जो कि ग्राम फतेहपुर थाना मेंहदवानी की है जिनका नौकरी लगवाया हूं और तुम लोगो को नौकरी चाहिये तो कुछ खर्चे करने पड़ेगे। आवेदको ने बताया कि अनावेदक ने जिस महिला की नौकरी लगाने की बात कहा वह बाकई में अंशकालीन पद पर पदस्थ हो चुकी है और हम अनावेदक के झांसा में आ गये । इसके बाद अनावेदक ने हम गरीब आदिवासी महिलाओं से उपर साहब, बाबूओं को पैसा देना पड़ता है कहते हुये किसी से 150000/-रूपये, तो किसी से 120000/-रूपये, और किसी से 100000/-रूपये ले लिया है, किसी से अपने खाता जो कि यूनियन बैंक, सेण्ट्रल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया में संचालित है एवं अन्य अपने में संबंधियों के बैंक खाते में ट्रांसफर कराकर लिया है जिसका विवरण अलग से संलग्न है और किसी से नगद राशि लिया है ।अनावेदक ने हम आवेदिकाओं से उक्त पैसा वर्ष 2021 में लिया है और उक्त लेन-देन के गवाह एक दूसरे आवेदक गण ही हैं । पीड़ित आवेदकों के अनुसार उक्त राशियां देने के बाद एक सप्ताह के अंदर ज्वाइनिंग लेटर मिल जाने का आश्वासन दिया था किन्तु एक सप्ताह में कोई लेटर नहीं मिलने से अनावेदक से हम सम्पर्क करते रहे जिसमें अनावेदक हम आवेदिकाओं को आश्वासन देता गया कि कुछ दिन और रूक जाओं जल्दी ही ज्वानिंग लेटर मिल जायेगा और ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला तो मैं रूपये वापिस कर दूंगा लेकिन आज तक अनावेदक ने हम आवेदिकाओं को ना तो नौकरी दिलवाया और ना ही हमारा पैसा वापिस किया जबकि हम आवेदिका गरीब आदिवासी बेरोजगार महिला है, और अनावेदक के झांसे में आकर कोई गहना गिरवी रखकर, कोई गहनो को बेचकर, कोई जमीन गिरवी रखकर, कोई उधारी में पैसा लेवर, तो कई जमीन बेचकर पैसे इकटठे कर अनावेदक को पैसा दिये है । और अब अनावेदक कह रहा है कि तुम्हारा पैसा मैं साहब बबूओं को दे चुका हूं नौकरी नहीं मिला तो इसमें मैं क्या करूं तुम्हें जो लगे कर लो मैं तुम्हारा पैसा वापिस नहीं कर सकता । पीड़ित महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से धोखाधड़ी करने वाले मेखराम साहू के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए दी गई राशि वापस दिलाए जाने की मांग की है।

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