डिंडौरी| मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद जिला डिंडौरी द्वारा समृद्धि योजना अंतर्गत जिले में कार्यरत स्वैच्छिक संगठनों की क्षमता वृद्धि एवं शासन की जन कल्याण कारी योजनाओं के क्रियान्वयन में सक्रिय सहयोग हेतू जिले की स्वयंसेवी संस्थाओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्थान-कृषि विज्ञान केंद्र डिंडोरी में किया गया। जिसमें सैकड़ों संख्या में स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिभागियों ने सहभागिता की। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात अतिथि स्वागत बाद स्वागत भाषण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा पर जिला समन्वयक भुवनसिंह गेहलोत द्वारा प्रकाश डाला। उद्धघाटन सत्र को संबोधित करते हुए अडिशनल पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ मरकाम जी ने कहा है कि स्वयं सेवी संस्थाओं का समाज विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है इसलिए आप लोग पूर्ण मनोयोग से निस्वार्थ भाव से समाज के लिए कार्य करे। इस योगदान के लिए आपका सम्मान होगा। मेकलसुता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बिहारी लाल द्विवेदी जी कहा कि स्वयं सेवी संस्थाओं का महत्वपूर्ण कार्य समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना होता है। कृषि विभाग के अनुविभागीय अधिकारी सी.आर अहिरवार कहा है कि कोई भी कार्यक्रम के तीन पहलू होते है। आयोजन,प्रयोजन और नियोजन जिसमें सभी बाते समाहित रहती हैं,कृषि विज्ञान केंद्र के डायरेक्टर पी. एल.अम्बुलकर कृषि विभाग की योजनाओं पर प्रकाश डाला। कृषि वैज्ञानिक रेणु पाठक,कार्ड संस्था के जिला समन्वयक रमाशंकर गर्ग, नेहरू युवा केन्द्र के जिला समन्वयक आर पी कुशवाह आदि अतिथियो ने भी सम्बोधित किया । उदघाटन सत्र के बाद द्वितीय सत्र में परिषद के जिला समन्वयक भुवनसिंह गेहलोत द्वारा जन अभियान परिषद का परिचय एवं परिषद द्वारा संचालित योजनाओं के विषय में प्रतिभागियों को विस्तार से जानकारी दी गई साथ ही बताया गया कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं की प्रतिनिधि संस्था के रूप में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद को नोडल एजेंसी निर्धारित किया गया है एवं समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं को अपना पंजीकरण मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद में अनिवार्य कराना है ऐसी जानकारी प्रतिभागियों को उपलब्ध कराई गई। तृतीय सत्र में स्वयंसेवी संस्थाओं की संरचना एवं प्रबंधन से जुड़े विषय पर विषय विशेषज्ञ कार्ड संस्था के जिला समन्वयक रमाशंकर गर्ग द्वारा संस्थाओं को जानकारी उपलब्ध कराई। चतुर्थ सत्र में एडवोकेट एवं नवांकुर संस्था प्रतिनिधि राजेश पनारे द्वारा सी एस आर विषय पर जानकारी दी गई। पंचम सत्र में मेकलसुता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बिहारी लाल द्विवेदी द्वारा मूल्यांकन एवं अनुश्रवण विषय पर जानकारी दी गई। इसी तरह अन्य विषय विशेषज्ञों द्वारा,अलग अलग विषय जिसमे स्वेच्छिक संस्थाओं का महत्वपूर्ण अधिनियम में पंजियन,जैसे धारा 12ए ,80जी, टेन नम्बर, एफ सी आर ए आदि विषयों के सत्र लेकर प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया गया। तत्पश्चात प्रतिभागियों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया व नशा मुक्ति हेतु शपथ दिलाई अंत में आभार प्रकट के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया । इस प्रकार आज दिनाँक 18/10/22 को जिला डिंडौरी में स्वयमसेवी संस्थाओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। जिसमें समस्त विकासखंड समन्वयको की सक्रिय भागीदारी रही ।