रेडियोगाफ्रर टेक्निशियन के लापरवाही व एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन की वजह से नहीं हो पा रही शुरू…
8 लाख की एक्स-रे मशीन सालों से बंद, एक्स-रे रूम में जड़ा ताला रेडियोग्राफर, सीआर सिस्टम इंस्टॉल नहीं होने से फांक रही धूल…
एक ओर जहां प्रदेश के स्वास्थ्य मॉडल में सरकार की ओर से भले ही बदलाव करने, प्रत्येक नागरिक को उसके घर के नजदीक सुगमता से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, हर व्यक्ति को स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित करने का दावा करें, लेकिन हकीकत में इसके विपरीत दिख रहा है।
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रेडियोगाफ्रर टेक्निशियन के लापरवाही व एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन की वजह से नहीं हो पा रही शुरू…8 लाख की एक्स-रे मशीन सालों से बंद, एक्स-रे रूम में जड़ा ताला रेडियोग्राफर, सीआर सिस्टम इंस्टॉल नहीं होने से फांक रही धूल…एक ओर जहां प्रदेश के स्वास्थ्य मॉडल में सरकार की ओर से भले ही बदलाव करने, प्रत्येक नागरिक को उसके घर के नजदीक सुगमता से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, हर व्यक्ति को स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित करने का दावा करें, लेकिन हकीकत में इसके विपरीत दिख रहा है।डिण्डौरी,रामसहाय मर्दन| जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पतालों में सुधार का दावा पूरी तरह से हवाहवाई साबित हो रहा है। स्वास्थ्य महकमे में सुधार की बात छोड़िये जो पुरानी मशीनें हैं, उनको भी आज तक दुरुस्त नहीं कराया गया है।दरअसल कुछ यहीं हाल अमरपुर विकासखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक अमरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगा एक्स-रे मशीन सालों से रेडियोगाफ्रर टेक्निशियन के लापरवाही व एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन की वजह से शुरू नहीं हो पा रही। इसके चलते मरीजों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। बार-बार शिकायत के बाद विभाग के आला अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।केंद्र के कुछ दूरी पर हाईवे लाईन होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। ऐसे में दुर्घटना में घायल मरीजों को जिला अस्पताल डिण्डौरी 30 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है या प्राइवेट एक्स-रे मशीन पर एक्स-रे कराने जाते है। ऐसी स्थिति में दूर जाने के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। प्रदेश के स्वास्थ्य मॉडल में सरकार की ओर से भले ही बदलाव करने, प्रत्येक नागरिक को उसके घर के नजदीक सुगमता से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, हर व्यक्ति को स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित करने का दावा करें, लेकिन हकीकत में इसके विपरीत दिख रहा है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरपुर में बंद पड़ी एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन की वजह से शुरू नहीं हो पा रही। एक्स-रे मशीन का लाभ मरीज को सालों से नहीं मिल रहा। एक्स-रे मशीन आने पर कस्बे के लोगों ने उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें एक्स-रे का लाभ मिलेगा, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी इंस्टॉलेशन नहीं होने के कारण मशीन बंद है। यह मशीन धूल फांक रही है। जिसके कारण मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सूत्रों के अनुसार एक्स-रे मशीन एक माह पूर्व फिल्म सहित डिजिटल मशीन उपलब्ध होने के बाद भी इंस्टॉलेशन नहीं होने के कारण अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। मरीज इसके लाभ से
वंचित हैं।एक्स-रे कक्ष में सालों से लटका ताला…जानकारी के मुताबिक कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ रेडियोग्राफर टेक्निशियन का महीने में दर्शन होते हैं ऐसी लापरवाही के चलते एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन नहीं हो पा रही इस वजह से एक्स-रे शुरू नहीं हो पा रही। सालों से एक्स-रे कक्ष में ताला लगा हुआ है।इससे अस्पताल में एक्स-रे की सुविधा का लाभ मरीजों को मिलना बंद है। विकासखंड के अंतर्गत दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आते है। वहां पर भी एक्स-रे की कोई व्यवस्था नहीं है। इन केन्द्रों पर उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों को एक्स-रे के लिए जिला अस्पताल भेजा जाता है।घायलों को कर दिया जाता है रैफर…सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आसपास के क्षेत्रों में होने वाली छोटी बड़ी दुर्घटनाओं के घायलों को 108 या डायल 100 से लाया जाता है। लेकिन घायलों का एक्स-रे नहीं होने से उन्हें जिला अस्पताल रैफर कर दिया जाता है। इससे घायलों का समय पर उपचार शुरू हो पाता है। लोगों का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक्स-रे होना अत्यंत आवश्यक है। अस्पताल प्रबंधन को इसकी व्यवस्था शीघ्र करना चाहिए।विशेषज्ञ चिकित्सकों का टोटा….कस्बे में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अन्य स्टाफ की कमी भी लंबे समय से बनीं है। इसकी वजह से लोगो को इलाज कराने के लिए निजी अस्पतालों का रूख करना पड़ रहा है। इसके अलावा स्टाफ नर्स कार्यालयीन कर्मचारियों की भी कमी है।इनका कहना है”पहले वोल्टेज समस्या आ रही थी,पावर कनेक्शन हो गया है। रेडियो ग्राफर की लापरवाही के चलते समस्या आ रही है,वेतन रोकना, वेतन कटौती की जा चुकी है। सुधार नहीं आ रहा है।
डिण्डौरी,रामसहाय मर्दन| जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पतालों में सुधार का दावा पूरी तरह से हवाहवाई साबित हो रहा है। स्वास्थ्य महकमे में सुधार की बात छोड़िये जो पुरानी मशीनें हैं, उनको भी आज तक दुरुस्त नहीं कराया गया है।
दरअसल कुछ यहीं हाल अमरपुर विकासखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का है। मिली जानकारी के मुताबिक अमरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लगा एक्स-रे मशीन सालों से रेडियोगाफ्रर टेक्निशियन के लापरवाही व एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन की वजह से शुरू नहीं हो पा रही। इसके चलते मरीजों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। बार-बार शिकायत के बाद विभाग के आला अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
केंद्र के कुछ दूरी पर हाईवे लाईन होने के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। ऐसे में दुर्घटना में घायल मरीजों को जिला अस्पताल डिण्डौरी 30 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है या प्राइवेट एक्स-रे मशीन पर एक्स-रे कराने जाते है। ऐसी स्थिति में दूर जाने के कारण मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। प्रदेश के स्वास्थ्य मॉडल में सरकार की ओर से भले ही बदलाव करने, प्रत्येक नागरिक को उसके घर के नजदीक सुगमता से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने, हर व्यक्ति को स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ मिलना सुनिश्चित करने का दावा करें, लेकिन हकीकत में इसके विपरीत दिख रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरपुर में बंद पड़ी एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन की वजह से शुरू नहीं हो पा रही। एक्स-रे मशीन का लाभ मरीज को सालों से नहीं मिल रहा। एक्स-रे मशीन आने पर कस्बे के लोगों ने उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें एक्स-रे का लाभ मिलेगा, लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी इंस्टॉलेशन नहीं होने के कारण मशीन बंद है। यह मशीन धूल फांक रही है। जिसके कारण मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सूत्रों के अनुसार एक्स-रे मशीन एक माह पूर्व फिल्म सहित डिजिटल मशीन उपलब्ध होने के बाद भी इंस्टॉलेशन नहीं होने के कारण अभी तक शुरू नहीं हो पाई है। मरीज इसके लाभ से
वंचित हैं।
वंचित हैं।
एक्स-रे कक्ष में सालों से लटका ताला…
जानकारी के मुताबिक कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ रेडियोग्राफर टेक्निशियन का महीने में दर्शन होते हैं ऐसी लापरवाही के चलते एक्स-रे मशीन महज इंस्टॉलेशन नहीं हो पा रही इस वजह से एक्स-रे शुरू नहीं हो पा रही। सालों से एक्स-रे कक्ष में ताला लगा हुआ है।इससे अस्पताल में एक्स-रे की सुविधा का लाभ मरीजों को मिलना बंद है। विकासखंड के अंतर्गत दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आते है। वहां पर भी एक्स-रे की कोई व्यवस्था नहीं है। इन केन्द्रों पर उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों को एक्स-रे के लिए जिला अस्पताल भेजा जाता है।
घायलों को कर दिया जाता है रैफर…
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आसपास के क्षेत्रों में होने वाली छोटी बड़ी दुर्घटनाओं के घायलों को 108 या डायल 100 से लाया जाता है। लेकिन घायलों का एक्स-रे नहीं होने से उन्हें जिला अस्पताल रैफर कर दिया जाता है। इससे घायलों का समय पर उपचार शुरू हो पाता है। लोगों का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक्स-रे होना अत्यंत आवश्यक है। अस्पताल प्रबंधन को इसकी व्यवस्था शीघ्र करना चाहिए।
विशेषज्ञ चिकित्सकों का टोटा….
कस्बे में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अन्य स्टाफ की कमी भी लंबे समय से बनीं है। इसकी वजह से लोगो को इलाज कराने के लिए निजी अस्पतालों का रूख करना पड़ रहा है। इसके अलावा स्टाफ नर्स कार्यालयीन कर्मचारियों की भी कमी है।
इनका कहना है”
पहले वोल्टेज समस्या आ रही थी,पावर कनेक्शन हो गया है। रेडियो ग्राफर की लापरवाही के चलते समस्या आ रही है,वेतन रोकना, वेतन कटौती की जा चुकी है। सुधार नहीं आ रहा है।
डॉ. एस.एस.मरकाम
सी.बी.एम.ओ. अमरपुर जिला डिंडौरी।