समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मारगांव और मझगांव में धरातल से गायब है कुंआ, चैकडैम, स्टापडैम समेत अन्य निर्माण कार्य….
सोशल ऑडिट के दौरान उजागर हुआ था मामला, निर्माण कार्य न कराये जाने का ग्रामीणों ने बनाया पंचनामा….
डिंडौरी, रामसहाय मर्दन| राज्य सरकार के द्वारा विकास के लिए तमाम प्रकार के योजनाएं संचालित की जा रही है, लेकिन धरातल पर उतरने से पहले ही योजनाएं दम तोड़ रही है। यहां पर विकास पर सिर्फ कागजों में दौड़ता रहा, हकीकत में विकास बदहाली का आंसू बहा रहा है। बरहाल धरातल से गायब हुए निर्माण कार्यों को अधिकारी अब ढूंढने पहुंच रहे है।
ये रहा पूरा मामला….
दरअसल समनापुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मझगांव एवं मारगांव में रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत विगत वर्षों में लाखों रूपये की लागत से स्वीकृत चैकडैम एवं स्टाप डैम निर्माण कार्य के नाम पर फर्जी बिल बाउचर तैयार कर राशि आहरण कर बंदरबाट करने का मामला सामने आया था।
मिली जानकारी के मुताबिक विगत वर्ष 2019-20 में कराये गए निर्माण कार्यों का भौतिक सत्यापन करने विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। मामले की खुलासा तब हुई जब सामाजिक अंकेक्षण की टीम ग्राम पंचायत मझगांव एवं मारगांव में मनरेगा योजना के कार्यों का भौतिक सत्यापन करने के लिए पंहुचे थे। इस दौरान हितग्राही एवं आमजनों ने बताया कि कुंआ, चैकडैम, स्टापडैम समेत अन्य निर्माण कार्य धरातल में निर्माण नहीं कराए गए है।
जनपद सीईओ ने जांच टीम की गठित…
घोटाला उजागर होने के बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर समनापुर जनपद पंचायत के सीईओ सीपी साकेत ने टीम गठित कर ग्राम पंचायत मझगांव एवं मारगाँव में कराए गए तमाम निर्माण कार्यों की जांच कर प्रतिवेदन तलब किया गया था, जब मौके पर जाँच करने एसडीओ कशिश नायक, सेक्टर उपयंत्री सौरभ महतो और ग्रामीणों की मौजूदगी में उन तमाम कार्य स्वीकृत जगहों पर जाकर निर्माण कार्यों को ढूंढने की कोशिश की लेकिन जिन स्थानों पर कुआँ, चैकडैम स्टॉप डेम कार्य सरकारी रिकार्ड में दर्शाये गए हैं उन स्थलों में किसी भी तरह का निर्माण कार्य होना नहीं पाया गया है। जांच टीम के समक्ष ग्राम वासियों ने पंचनामा तैयार करते हुए कागजों में विकास करने वाले भृष्ट अधिकरियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है ,अब देखना होगा कि जिला प्रशासन द्वारा षड्यंत्र पूर्वक सरकारी राशि हड़पने वालों के विरूद्ध क्या कार्रवाई की जायेगी ।
03 कुआं, 01 स्टॉपडैम गायब, मजदूरी और सामग्री की राशि आहरित….
कपिलधारा कूप हितग्राही मनोहर लाल पिता काशीराम ग्राम अतरिया के नाम पर वर्ष 2019 में 2 लाख 30 हजार रुपए स्वीकृत कराया गया था, जिसमें स्वीकृति से अधिक 2 लाख 63 हजार 560 रुपये व्यय किया गया है, हितग्राही मनोहर लाल ने सामाजिक अंकेक्षण दल को अवगत कराया कि मेरे खेत में कुआं नहीं बनाया गया है, ऑडिट टीम को उक्त कार्यो के दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। वहीं मुकेश सोनवानी पिता मनोहर के नाम पर एक इंच भूमि नहीं है लेकिन कपिल धारा कूप के नाम पर 2 लाख 30 हजार रुपये स्वीकृत कर 2 लाख10 हजार 820 रू. आहरित किया गया है, वही हितग्राही को ही पता नहीं है कि कुआं किस जगह पर बनाया गया है। इसी तरह ग्राम मझगांव के पोषक ग्राम अतरिया में सार्वजनिक पेयजल कूप निर्माण हेतु 2021 में राशि 2 लाख 30 हजार रुपये स्वीकृत कर 2 लाख 10 हजार रु व्यय किया गया है लेकिन गाँव में सार्वजनिक पेयजल कूप निर्माण लापता हैं। भौतिक सत्यापन के दौरान कार्य मौके पर नहीं मिला जिसको लेकर ग्रामीणों ने पंचनामा बनाकर कार्रवाई की मांग की है। इसी तरह ग्राम सिंघवारा में 2018 में 14 लाख रुपये लागत से स्वीकृत स्टॉपडैम में 1 लाख 77 हजार रुपये से अधिक राशि व्यय करने के बावजूद निर्माण कार्य गायब है।
ग्राम पंचायत मारगाँव में कार्यस्थल पर नहीं मिले निर्माण कार्य…..
जनपद पंचायत द्वारा गठित जांच टीम को ग्राम पंचायत मारगाँव में मनरेगा के तहत स्वीकृत चैकडैम बैयन बाई के खेत के पास नींव खुदाई या निर्माण नहीं दिखा, इसी तरह चैकडैम निर्माण जमुना बाई के खेत पास भी कोई निर्माण नहीे मिला है, 2021 में मनरेगा अंतर्गत तुलादास/ मोदी के खेत पास 307718 रू. की लागत से स्वीकृत है, कार्यस्थल पर किसान के द्वारा स्वयं के व्यय से कराये गए वाल निर्माण मौजूद हैं लेकिन चैकडैम नहीं बना है। इस तरह से जिले में बड़ी तेजी से किसानों का कागजों में विकास हो रहा है।