डिंडौरी :- कोर्ट में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में लंबे समय से न्यायिक प्रक्रिया में उलझे तीन परिवारिक मामलों में कराया गया समझौता, खुशी-खुशी घर गए परिवार

डिंडौरी :- कोर्ट में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में लंबे समय से न्यायिक प्रक्रिया में उलझे तीन परिवारिक मामलों में कराया गया समझौता, खुशी-खुशी घर गए परिवार

(रामसहाय मर्दन)डिंडौरी | कोर्ट में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इसमें लंबे समय से न्यायिक प्रक्रिया में उलझे तीन परिवारिक मामलों में समझौता कराया गया। सीनियर एडवोकेट प्रवेश कनौजे ने बताया कि जिला न्यायाधीश नीना आशापुरे की मौजूदगी में कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सुरेश कुमार चौबे, सचिव मंडलोई साहब और अधिवक्ता सुरेंद्र ठाकुर, दशरथ धुर्वे, संतोष धुर्वे, जीपी गर्ग जी, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष यूके पटेरिया आदि के प्रयासों से परिवारों का पुनर्मिलन कराया गया। एक मामले में पडरिया निवासी प्रदीप बर्मन का पत्नी संध्या बर्मन के साथ परिवारिक विवाद चल रहा था। संध्या अपनी दोनों बेटियों, प्रिया और गौरी के साथ प्रदीप से अलग रह रही थी। उन्हें लोक अदालत में समझाइश दी गई और पति-पत्नी साथ रहने को राजी हुए। इसी तरह ग्राम झनकी निवासी जगत सिंह का पत्नी गायत्री के साथ विवाद चल रहा था और दोनों के बीच काफी तनाव था। उन्हें भी साथ रहने के लिए जूरी ने समझाया और बात बन गई। एक अन्य मामले में धनुवासागर निवासी धनेश कुमार राठौर पर पत्नी देवकी ने भरण पोषण का प्रकरण लगाया था। दोनों को लोक अदालत में बुलाकर समझाइश देकर साथ रहने के लिए राजी किया गया। कोर्ट परिसर से तीनों परिवारों को फूलों की माला पहनाकर और मुंह मीठा कराकर खुशी-खुशी विदा किया गया।

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