सरपंच पति बिलों और फाईलों में फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी खजाने का कर रहा बंदरबाट! ग्रामीणों ने जांच कराने जनपद सीईओ से की शिकायत…..
जनपद पंचायत कंरजिया के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरबसपुर का मामलाः-
जनपद पंचायत कंरजिया के ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने सरपंच पति लाल सिहं उइके की मनमानी से खासे परेशान है। ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने सरपंच पति के पर फर्जी हस्ताक्षर कर सरकरी राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगा मुख्य कार्यापालान अधिकारी से शिकायत कर हस्ताक्षर की जांच कराकर सरपंच पति के विरूध्द कार्रवाई करने की मांग की हैं।
डिंडौरी,रामसहाय मर्दन। आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडौरी में शासन ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं के लिए आरक्षण किया है, तब से महिलाओं की स्थानीय शासन में भागीदारी बढ़ी है लेकिन जिले के अधिकतर ग्राम पंचायतों में मुख्य रूप से सरपंच पति कामकाज की बागडोर संभाले हुए हैं। कंरजिया जनपद पंचायत के अंतर्गत 42 ग्राम पंचायतों में से 21 अधिक से ग्राम पंचायतों में महिला सरपंच हैं, लेकिन यहां महिला सरपंच का नहीं बल्कि सरपंच पति का राज चल रहा है।
दरअसल ऐसा ही मामला जनपद पंचायत कंरजिया के ग्राम पंचायत बरबसपुर का सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत बरबसपुर सरपंच शुकवरिया बाई के पति लालसिहं उइके (सरपंच पति) की मनमानी से ग्रामीण परेशान है। ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने सरपंच पति पर फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी रघुवीर कुशवहा से शिकायत कर हस्ताक्षर की जांच कराकर सरपंच पति लालसिहं उइके के विरूध्द कार्रवाई करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच पति लालसिहं उइके ग्राम पंचायत के सभी काम में शामिल रहता है। ग्राम पंचायत में सरपंच पति की मनमानी से ग्रामीण नाराज है। वही ग्रामीणों ने आरोप लगाए है कि सोलर स्ट्रीट लाइट सोलर पैनल ग्राम पंचायत में बिना लगे ही ग्राम पंचायत कंरजिया सरपंच शुकवरिया बाई पति लालसिहं उइके (सरपंच पति) और सचिव शंकरलाल मार्को के द्वारा वन सोलर ऐनर्जी को 1,74,000 रू. भुगतान किया गया। ग्राम पंचायत भवन निर्माण कार्य नींव के लिये पंचायत के 15 वें वित्त से 1,39,100 रू. आहरण किया गया जबकि जिला पंचायत से 3,60,000 रू. दिया गया था। विकसित भारत यात्रा 2022 में टेंट पण्डाल के नाम से 3000 रू. भुगतान किया किंतु टेंट वाले को आज तक भुगतान नहीं किया गया है । ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने उक्त कायों के लिए किए गए भुगतान बिलों की निष्पक्ष जांच कराकर सरपंच शुकवरिया बाई और सचिव शंकरलाल मार्को के विरूध्द कार्रवाई कराने की मांग की हैं।
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सरपंच पति बिलों और फाईलों में फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी खजाने का कर रहा बंदरबाट! ग्रामीणों ने जांच कराने जनपद सीईओ से की शिकायत…..जनपद पंचायत कंरजिया के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरबसपुर का मामलाः-जनपद पंचायत कंरजिया के ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने सरपंच पति लाल सिहं उइके की मनमानी से खासे परेशान है। ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने सरपंच पति के पर फर्जी हस्ताक्षर कर सरकरी राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगा मुख्य कार्यापालान अधिकारी से शिकायत कर हस्ताक्षर की जांच कराकर सरपंच पति के विरूध्द कार्रवाई करने की मांग की हैं।डिंडौरी,रामसहाय मर्दन। आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडौरी में शासन ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने व महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं के लिए आरक्षण किया है, तब से महिलाओं की स्थानीय शासन में भागीदारी बढ़ी है लेकिन जिले के अधिकतर ग्राम पंचायतों में मुख्य रूप से सरपंच पति कामकाज की बागडोर संभाले हुए हैं। कंरजिया जनपद पंचायत के अंतर्गत 42 ग्राम पंचायतों में से 21 अधिक से ग्राम पंचायतों में महिला सरपंच हैं, लेकिन यहां महिला सरपंच का नहीं बल्कि सरपंच पति का राज चल रहा है।दरअसल ऐसा ही मामला जनपद पंचायत कंरजिया के ग्राम पंचायत बरबसपुर का सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत बरबसपुर सरपंच शुकवरिया बाई के पति लालसिहं उइके (सरपंच पति) की मनमानी से ग्रामीण परेशान है। ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने सरपंच पति पर फर्जी हस्ताक्षर कर सरकारी राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी रघुवीर कुशवहा से शिकायत कर हस्ताक्षर की जांच कराकर सरपंच पति लालसिहं उइके के विरूध्द कार्रवाई करने की मांग की है।ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच पति लालसिहं उइके ग्राम पंचायत के सभी काम में शामिल रहता है। ग्राम पंचायत में सरपंच पति की मनमानी से ग्रामीण नाराज है। वही ग्रामीणों ने आरोप लगाए है कि सोलर स्ट्रीट लाइट सोलर पैनल ग्राम पंचायत में बिना लगे ही ग्राम पंचायत कंरजिया सरपंच शुकवरिया बाई पति लालसिहं उइके (सरपंच पति) और सचिव शंकरलाल मार्को के द्वारा वन सोलर ऐनर्जी को 1,74,000 रू. भुगतान किया गया। ग्राम पंचायत भवन निर्माण कार्य नींव के लिये पंचायत के 15 वें वित्त से 1,39,100 रू. आहरण किया गया जबकि जिला पंचायत से 3,60,000 रू. दिया गया था। विकसित भारत यात्रा 2022 में टेंट पण्डाल के नाम से 3000 रू. भुगतान किया किंतु टेंट वाले को आज तक भुगतान नहीं किया गया है । ग्राम पंचायत बरबसपुर के ग्रामीणों ने उक्त कायों के लिए किए गए भुगतान बिलों की निष्पक्ष जांच कराकर सरपंच शुकवरिया बाई और सचिव शंकरलाल मार्को के विरूध्द कार्रवाई कराने की मांग की हैं।मदद की आड़ में महिला सरपंच से अधिकार छीन रहे सरपंच पति लाल सिंह उइके…डिंडौरी जिले के अधिकतर ग्राम पंचायतों में जब ग्रामीणों से पूछा जाता है कि उनका सरपंच कौन है तो ग्रामीणों के द्वारा महिला सरपंच के बजाय उनके पति का नाम लिया जाता है। ग्राम पंचायतों में यह पद सरपंच से अधिक प्रभावी है। पंचायत का काम उनके पति करते हैं। ताजा मामला करंजिया जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बरबरसपुर के महिला सरपंच शुकवरिया बाई की मदद की आड़ में सरपंच पति लाल सिंह उइके उनका अधिकार छीनने में लगे हुए हैं। ग्राम पंचायतों में महिलाओं की आरक्षित सीट पर पुरुष चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए वे अक्सर अपनी पत्नी को चुनाव में खड़ा कर देते हैं। जीतने के बाद अपना दबदबा कायम रखते हैं। वे अपनी पत्नी का मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रहा हैं। वहीं जब उक्त भ्रष्टाचार के मामले को लेकर संबंधित ग्राम पंचायत बरबरसपुर के सरपंच शुकवरिया बाई से बात आपकी गई तो उन्हीं ने कहा इस मामले मैं कुछ नहीं कह सकती हैं। तो वहीं सरपंच शुकवरिया बाई से फोन में बता करने के दौरान सरपंच पति लालसिंह उईके ने फोन छीनकर बोले मैं हम अभी ग्राम सभा में बैठे हैं उक्त मामले में बात नहीं कर सकते है। यह कहकर सवालों से बचाते नजर है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरपंच पति लाल सिंह उइके के द्वारा ग्राम पंचायत के कामों किस प्रकार अपना राज चला रहा है।इनका कहना है “उक्त मामले शिकायत ग्रामीणों के द्वारा आवेदना पत्र देकर जनपद पंचायत करंजिया में की गई है आरोपों की जांचकर कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।रघुवीर सिंह कुशवाहा, सीईओ जनपद पंचायत करंजिया।
मदद की आड़ में महिला सरपंच से अधिकार छीन रहे सरपंच पति लाल सिंह उइके…
डिंडौरी जिले के अधिकतर ग्राम पंचायतों में जब ग्रामीणों से पूछा जाता है कि उनका सरपंच कौन है तो ग्रामीणों के द्वारा महिला सरपंच के बजाय उनके पति का नाम लिया जाता है। ग्राम पंचायतों में यह पद सरपंच से अधिक प्रभावी है। पंचायत का काम उनके पति करते हैं। ताजा मामला करंजिया जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बरबरसपुर के महिला सरपंच शुकवरिया बाई की मदद की आड़ में सरपंच पति लाल सिंह उइके उनका अधिकार छीनने में लगे हुए हैं। ग्राम पंचायतों में महिलाओं की आरक्षित सीट पर पुरुष चुनाव नहीं लड़ सकते, इसलिए वे अक्सर अपनी पत्नी को चुनाव में खड़ा कर देते हैं। जीतने के बाद अपना दबदबा कायम रखते हैं। वे अपनी पत्नी का मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रहा हैं। वहीं जब उक्त भ्रष्टाचार के मामले को लेकर संबंधित ग्राम पंचायत बरबरसपुर के सरपंच शुकवरिया बाई से बात आपकी गई तो उन्हीं ने कहा इस मामले मैं कुछ नहीं कह सकती हैं। तो वहीं सरपंच शुकवरिया बाई से फोन में बता करने के दौरान सरपंच पति लालसिंह उईके ने फोन छीनकर बोले मैं हम अभी ग्राम सभा में बैठे हैं उक्त मामले में बात नहीं कर सकते है। यह कहकर सवालों से बचाते नजर है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरपंच पति लाल सिंह उइके के द्वारा ग्राम पंचायत के कामों किस प्रकार अपना राज चला रहा है।
इनका कहना है “
उक्त मामले शिकायत ग्रामीणों के द्वारा आवेदना पत्र देकर जनपद पंचायत करंजिया में की गई है आरोपों की जांचकर कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
रघुवीर सिंह कुशवाहा, सीईओ जनपद पंचायत करंजिया।