डिंडौरी| जिला मुख्यालय से ग्रामीण अंचलों में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विगत दो साल के अंतराल के बाद बुधवार को डिंडौरी जिला मुख्यालय में बड़े पैमाने पर लोगों ने रावण का पुतला जलाये जाने के साथ विजयदशमी का पर्व मनाया गया। गौरतलब यह है कि विजयदशमी प्रदेशभर में यह त्योहार पूरे पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में पुतले जलाने का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ था और इस साल बड़ी संख्या में रावण के पुतले दहन के लोगों की उपस्थित देखने को मिली। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन कार्यक्रम उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में रात 09 बजे संपन्न हुआ। रावण के पुतला दहन के बाद अनेकों अलग-अलग जगहों पर पटाखे फोड़े गए।
◆ जगह-जगह रखा गया भंडारे का आयोजन:-
विजयदशमी के पावन पर्व पर माता के भक्तों के द्वारा जगह-जगह विशाल भंडारे का आयोजन रखा गया। जहां दूर-दराज से आए माता के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। बता दें कि प्रसाद वितरण का आयोजन समितियों के द्वारा गांधी चौक, गल्ला गोदाम, उत्कृष्ट विद्यालय के सामने और अलग-अलग स्थानों पर विशाल भंडारी का आयोजन किया गया। साथ ही भंडारे के बाद चाय पानी की भी संपूर्ण व्यवस्था किया गया था।
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डिंडौरी| जिला मुख्यालय से ग्रामीण अंचलों में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। विगत दो साल के अंतराल के बाद बुधवार को डिंडौरी जिला मुख्यालय में बड़े पैमाने पर लोगों ने रावण का पुतला जलाये जाने के साथ विजयदशमी का पर्व मनाया गया। गौरतलब यह है कि विजयदशमी प्रदेशभर में यह त्योहार पूरे पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों में पुतले जलाने का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ था और इस साल बड़ी संख्या में रावण के पुतले दहन के लोगों की उपस्थित देखने को मिली। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन कार्यक्रम उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में रात 09 बजे संपन्न हुआ। रावण के पुतला दहन के बाद अनेकों अलग-अलग जगहों पर पटाखे फोड़े गए।◆ जगह-जगह रखा गया भंडारे का आयोजन:-विजयदशमी के पावन पर्व पर माता के भक्तों के द्वारा जगह-जगह विशाल भंडारे का आयोजन रखा गया। जहां दूर-दराज से आए माता के भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। बता दें कि प्रसाद वितरण का आयोजन समितियों के द्वारा गांधी चौक, गल्ला गोदाम, उत्कृष्ट विद्यालय के सामने और अलग-अलग स्थानों पर विशाल भंडारी का आयोजन किया गया। साथ ही भंडारे के बाद चाय पानी की भी संपूर्ण व्यवस्था किया गया था।