◆ कलेक्टर रत्नाकर झा ने टीएल की बैठक में विभागीय कार्याें की समीक्षा की
डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)|कलेक्टर रत्नाकर झा ने देवारण्य योजना के अंतर्गत सभी विकासखण्डों में औषधीय पौधे लगाने के निर्देश दिए। औषधीय पौधों की उपयोगिता के बारे में हितग्राहियों को बताने को कहा है। जिससे हितग्राही औषधीय खेती कर सके। उन्होंने औषधीय खेती के लिए विकासखण्ड स्तर पर बैठक लेकर औषधीय पौधों के लिए स्थल का चयन करने के निर्देश दिए। कलेक्टर झा सोमवार को कलेक्टेट्रे सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर अपर कलेक्टर अरूण कुमार विश्वकर्मा, एसडीएम डिंडौरी बलवीर रमण, संयुक्त कलेक्टर सुश्री रजनी वर्मा, जिला समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान राघवेन्द्र मिश्रा, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग डाॅ. संतोष शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. रमेश मरावी, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती मंजूलता सिंह सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर झा ने ग्राम पंचायतों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों के किनारे तीन किलोमीटर की सीमा तक किये गए वृक्षारोपण के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पौधों में सिंचाई और सुरक्षा के लिए मजदूर लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर झा ने खरीफ 2022 हेतु सभी उचित मूल्य की दुकानों में उर्वरक का भण्डारण एवं वितरण की समीक्षा की। उन्होंने जिले में उर्वरकता की कमी होने पर तत्काल मांग पत्र भेजने के निर्देश दिए। कलेक्टर झा ने जाति प्रमाण पत्र अभियान, दुग्ध डेयरी, हेरीटेज मदिरा ईकाई, संबल योजना, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, आयुष्मान भारत कार्ड और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना और मुख्यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना के प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर झा ने जिले के सभी स्कूलों और आंगनबाडी केन्द्रों में किये गए नल एवं विद्युत कनेक्शन के प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर झा ने सीएम हेल्पलाईन के लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों का निराकरण संतुष्टिपूर्वक दर्ज करें। सभी अधिकारी सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों की लगातार माॅनीटरिंग करें। सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निराकरण की रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें। कलेक्टर झा ने आयोजित बैठक में न्यायलयीन प्रकरणों, स्कूलों का निरीक्षण, ग्राम धुरकुटा में पेयजल समस्या का निराकरण, अंकुर अभियान, खाद्यान्न वितरण, छात्रावासों का निरीक्षण एवं विद्यार्थियों को मेनू के आधार पर भोजन का वितरण की भी समीक्षा की।