◆ कलेक्टर झा ने ग्राम भलवारा, कनेरी एवं फुलवाही में स्टाॅप डेम निर्माण कार्याें का निरीक्षण किया
(रामसहाय मर्दन) डिण्डौरी। कलेक्टर रत्नाकर झा ने जिले में अमृत सरोवर अभियान के तहत तालाब/स्टाॅप डेम केे निर्माण कार्य 15 जून तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने निर्माण कार्याें में तेजी लाने के लिए मजदूरों की संख्या बढाने को कहा है। जिससे तालाब/स्टाॅप डेम का निर्माण कार्य समय-सीमा में पूरा हो सके। मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, सहायक यंत्री एवं उपयंत्री तालाब/स्टाॅप डेम निर्माण तथा तालाबों का जीर्णाेद्धार कार्याें की लगातार माॅनिटरिंग करेंगे। निर्माण कार्याें की धीमी प्रगति होने पर कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर श्री झा बुधवार को जनपद पंचायत मेंहदवानी में तालाब/स्टाॅप डेम निर्माण तथा तालाबों का जीर्णाेद्धार कार्याें का निरीक्षण कर रहे थे। इस अवसर पर कार्यपालन यंत्री आरईएस डी.एस. बघेल, कार्यपालन यंत्री पीआईयू श्री राजेष विष्वकर्मा, मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मेंहदवानी सुश्री चेतना पाटिल सहित जिला एवं जनपद स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे। कलेक्टर झा ने कहा कि अमृत सरोवर अभियान से जल का संरक्षण होगा और जल स्त्रोत विकसित होंगे। इस अभियान में तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। नदी नालों में स्टाॅप डेम बनाए जा रहे हैं। जिससे वर्षा के जल का संचय किया जा सके और लोगों को निस्तार के लिए पानी की उपलब्ध हो सके। कलेक्टर रत्नाकर झा ने ग्राम भलवारा में स्टाॅप डेम निर्माण, ग्राम कन्हारी रेंगा नाला में स्टाॅप डेम, ग्राम फुलवाही और कनेरी में सिलगी नदी पर स्टाॅप डेम के निर्माण कार्याें का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्वक पूरा करने और मजदूरी का भुगतान समय-सीमा में करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्टाॅप डेम के चारों ओर वृक्षारोपण करने को कहा। कलेक्टर झा ने निर्माण स्थल पर छाया और पेयजल का प्रबंध करने के निर्देश दिए। कलेक्टर झा ने कार्यपालन यंत्री आरईएस को निर्देश दिए कि ग्राम कुटरई में स्टाॅप डेम का निर्माण किया जाए। जिससे जल का संग्रहण हो सके। ग्राम कुटरई में लगने वाले मेले व बाजार में आने वाले लोगों के लिए पानी की उपलब्धता बनी रहे। कलेक्टर श्री झा ने ग्राम राई और ग्राम कनेरी में बालिका छात्रावास भवन के निर्माण कार्याें का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि छात्रावास का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्वक पूरा होना चाहिए। पानी का उचित प्रबंध करें। छात्रावास के चारों ओर बाउंड्रीवाॅल का निर्माण करें। छात्रावास भवन से नालियों के माध्यम से जल निकासी का उचित प्रबंध किया जाए। लाईट-फिटिंग और पुट्टी का कार्य भी समय-सीमा में पूरा किया जाए।