जबलपुर। साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्था गूँज जबलपुर राष्ट्रीय मंच के तत्वावधान एवं माधुरी उमेश मिश्रा के संयोजन में गायक कलाकार कमल सिंह बघेल एवं मोहित मिश्रा पर केन्द्रित एक संगीतमय शाम “मेरे दो अनमोल रतन” का आयोजन कला वीथिका में किया गया जिसमें “मेरे दो अनमोल रतन…”, “बने चाहे दुश्मन…”, “कोई जब राह न पाए…”, “ये बंधन तो प्यार का…,” “तेरी अदाओं में मर मर…”, हम है रही प्यार के…”, “ करवटें बदलते रहे…”, “ज़िन्दगी इम्तिहान लेती है…”तू इस तरह से मेरी…” जैसे एक से बढ़कर एक गीत नगर के गायक कलाकारों क्रमशः तेजल विश्वकर्मा, कमल सिंह बघेल, मोहित मिश्रा, मनोज शर्मा, श्रीकांत त्रिपाठी, किशोर कथूरिया, डॉ. पूनम शर्मा, राजेश अग्रवाल, शोभा सिंह, आएशा खान, राखी माजुमदार, शिवाली शर्मा, एस के मिश्रा, प्रियंका गुप्ता, मयंक विश्वकर्मा, जितेन्द्र ठाकुर, प्रतिभा दुबे एवं उमेश मिश्रा ने प्रस्तुत किये जिन्हें श्रोताओं ने जोरदार तालियों से सराहा।
मुख्य अतिथि की आसंदी पर लोकगंधर्व गायक रुद्रदत्त दुबे उपस्थित रहे, वहीँ विशिष्ट अतिथि के रूप में जादूगर एसके निगम, यशोवर्धन पाठक, मनोहर चौबे आकाश, सुरेश विचित्र, अभिमन्यु जैन, अभिजात कृष्ण त्रिपाठी और दुर्गेश ब्यौहार रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आचार्य डॉ. हरिशंकर दुबे ने की। अतिथि स्वागत सुरेश ‘दर्पण’ एवं मार्गदर्शन राजेश पाठक प्रवीण ने किया। मंच संचालन माधुरी उमेश मिश्रा ने किया। यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय जादूगर एसके निगम हीरक जयंती वर्ष को समर्पित रहा। इस अवसर पर मीना त्रिपाठी, हरिप्रसन्न त्रिपाठी, मिली खोकले, रेखा सहाने, हरीश चिमनानी आदि बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।