डिंडौरी|विगत दशको में विकसित एवं विकासशील देशों ने वनों एवं वनों के प्राकृतिक संतुलन में महत्त्व को पुनः रेखांकित करते हुए वनों के संरक्षण एवं विकास हेतु बहुत प्रयास किए जा रहे हैं| वनों, वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए विशेष नियम क़ानूनों के साथ वनों के समीप रह रहे आदिवासियों एवं अन्य वनाश्रय समुदायों की भागीदारी से वनों एवं वन्यजीवों के संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं | मध्य प्रदेश स्थापना दिवस के साप्ताहिक उत्सवों के क्रम में सामान्य वन मंडल डिंडौरी द्वारा “रन फॉर वाइल्डलाइफ एंड फॉरेस्ट प्रोटेक्शन” कार्यक्रम का आयोजन चंद्र विजय कॉलेज तिराहा से शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय डिंडौरी तक कराया गया | कार्यक्रम में महाविद्यालय एवं विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़- चढ़कर भाग लिया।इसके पूर्व शनिवार को छात्र-छात्राओं ने चित्रकला में भाग लिया। कार्यक्रम में छात्र- छात्राओं को वन एवं वन्य प्राणियों के संरक्षण के बारे में जागरूक किया गया | कार्यक्रम में साहिल गर्ग वन मंडल अधिकारी डिंडोरी, एस के द्विवेदी प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय, ए के शर्मा उप वन मंडल अधिकारी डिंडोरी, आर एस परस्ते उप वन मंडल अधिकारी शाहपुरा, वन परिक्षेत्र अधिकारी डिंडौरी एवं अन्य वन अमला उपस्थित रहा |कार्यक्रम का संचालन शोभित बनवासी वनरक्षक एवं अमृत मसराम वनरक्षक के द्वारा किया गया | कार्यक्रम में सफल छात्र-छात्राओं को वनमंडल अधिकारी डिंडोरी के द्वारा प्रशस्ति पत्र के साथ ट्रॉफी प्रदान किया गया।वहीं पश्चिम करंजिया वनपरिक्षेत्र प्रभारी प्राची मिश्रा ने अपने शब्दों को कविता का रूप देते हुये आह्वान किया है कि
“वन्य जीवो के लिए प्रेम जगाओ, वन को तुम न आग लगाओ. … बेजुबान है वन्य जीव बेचारे लेकिन है
” सच्चे मित्र हमारे … वन्य जीवों को मारने से बिगड़ेगा धरती का संतुलन … जीव संरक्षण की कसम खाओं … सब गडबड हो जाएगा यह पारिस्थितिक तंत्र, … सभी अपना कर्तव्य पहचानों, … जंगल बचाओ, वन्य जीव बचाओ, … मत करो करों जीव हत्या का काम।”